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क्रिकेट के गब्बर ने लिया संन्यास

नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के गब्बर कहे जाने वाले शिखर धवन ने अंतरराष्ट्रीय और घरेलू क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा कर दी है। भारत के बेहतरीन सलामी बल्लेबाजों में से एक शिखर धवन ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी है। संन्यास की घोषणा के साथ ही 38 वर्षीय धवन ने स्पष्ट किया कि वो लीग क्रिकेट खासतौर से आईपीएल में खेलना जारी रखेंगे।

गौरतलब है कि शिखर धवन, जिन्होंने आखिरी बार भारत के लिए दिसंबर 2022 में बांग्लादेश के खिलाफ एकदिवसीय मैच खेला था। अपने करियर के दौरान शिखर ने ने 269 मैचों में 10,867 रन बनाए हैं, जिसमें 24 शतक, 44 अर्द्धशतक शामिल हैं और पिछले एक दशक में भारतीय बल्लेबाजी के मुख्य आधारों में से एक हैं।

शिखर धवन ने बताया कि मेरे लिए ये कोई कठिन फैसला नहीं है। ना ही मैं भावुक हूं। मैं रोना या कुछ और नहीं चाहता हूं। ये आभार और प्यार है। मैंने अपने जीवन का अधिकतर समय क्रिकेट खेलने में व्यतीत किया है। मुझे लगता है कि मैं अब उस स्थिति में हूं जब मैं अंतरराष्ट्रीय और घरेलू क्रिकेट से आराम करना चाहूंगा।

गौरतलब है कि शिखर धवन की प्रतिभा वर्ष 2004 में अंडर 19 वर्ल्ड कप के दौरान देखने को मिली थी। इस दौरान उन्होंने तीन शतकों की बदौलत और 505 रन बनाए। देर से उभरने वाले धवन ने 2010 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एकदिवसीय मैच के दौरान भारत के लिए पदार्पण किया, जहाँ वे दो गेंदों पर शून्य पर आउट हो गए।

एक साल बाद उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ चार और एकदिवसीय मैचों में भारत का प्रतिनिधित्व किया, जिसमें उन्होंने 51 रन बनाए। हालाँकि, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2013 की बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी तक धवन ने पदार्पण नहीं किया था, जिसमें उन्होंने 85 गेंदों पर सबसे तेज़ शतक बनाया था। धवन ने कहा कि मेरा टेस्ट डेब्यू मेरा निजी पसंदीदा है। मैं टीम में आया और रिकॉर्ड बनाया। मैंने 187 रन बनाए।

उन्होंने कहा कि मैं हमेशा भारत के लिए खेलने और विश्व रिकॉर्ड बनाने का सपना देखता था। मुझे विश्व रिकॉर्ड के बारे में पता भी नहीं था। मैं टेस्ट टीम में अपनी जगह पक्की करके खुश था। टेस्ट मैचों में धवन की धमाकेदार शुरुआत ने उनके वनडे में वापसी का रास्ता साफ कर दिया। 2013 चैंपियंस ट्रॉफी में एमएस धोनी ने धवन और रोहित शर्मा की एकदम नई ओपनिंग जोड़ी उतारी।

धवन ने दक्षिण अफ्रीका और वेस्टइंडीज के खिलाफ लगातार शतक बनाए और बाकी…जैसा कि वे कहते हैं… इतिहास है। धवन ने 363 रन बनाए और प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट का खिताब जीता। ये खिताब बेहद खास था क्योंकि भारत ने पहली बार खिताब जीता था। शिखर धवन ने खुद को आईसीसी टूर्नामेंटों के लिए भारत का खिलाड़ी साबित किया। वे 2015 के विश्व कप में 51.5 की औसत से आठ मैचों में 412 रन बनाकर भारत के सर्वोच्च स्कोरर बने और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ़ उनकी शतकीय पारी – 137 रनों की शानदार पारी को उनके करियर की सर्वश्रेष्ठ पारियों में से एक माना जाता है।

धवन ने 2017 चैंपियंस ट्रॉफी में भी 338 रन बनाकर अजेय प्रदर्शन किया। रोहित के साथ मिलकर धवन ने सचिन तेंदुलकर और सौरव गांगुली के बाद वनडे में भारत की दूसरी सबसे सफल ओपनिंग जोड़ी बनाई। वास्तव में, रोहित और धवन ने 115 पारियों में 45.55 की औसत से 18 शतकों के साथ 5148 रन बनाए हैं, जो अब तक की चौथी सबसे बड़ी ओपनिंग जोड़ी है।

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