
अयोध्या में दीपोत्सव का यह आठवां संस्करण सच में खास है, खासकर श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद। इससे न केवल राम नगरी के निवासियों, बल्कि पूरे देश के भक्तों में उत्साह का माहौल है।
योगी सरकार की ओर से सरकारी कर्मचारियों को दी गई अतिरिक्त छुट्टियाँ भी दिवाली मनाने के लिए बहुत उपयोगी साबित होंगी। 31 अक्टूबर और 1 नवंबर को छुट्टी का लाभ उठाकर कर्मचारी अपने परिवार के साथ इस विशेष अवसर का आनंद ले सकेंगे। इससे अयोध्या में दीपोत्सव का जश्न और भी धूमधाम से मनाया जाएगा। इस बार के दीपोत्सव में उम्मीद है कि अयोध्या की रौनक और भी बढ़ जाएगी, और श्रद्धालुओं की संख्या में भी इजाफा होगा।
अयोध्या में दीपोत्सव का यह आठवां संस्करण सच में ऐतिहासिक और विशेष है, खासकर श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद। हनुमानगढ़ी मंदिर के महंत राजू दास का कहना है कि पहले उन्हें दुख होता था कि रामलला टेंट में हैं, लेकिन अब नए भव्य मंदिर में दीपावली समारोह का हिस्सा बनना सभी के लिए गर्व की बात है।
यह न केवल अयोध्या के निवासियों के लिए, बल्कि सभी श्रद्धालुओं के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण है। महंत दास की यह आशा कि भगवान श्री कृष्ण की जन्मस्थली पर भी इसी तरह का उत्सव मनाया जाए, दर्शाता है कि धर्म और संस्कृति का यह जश्न केवल एक स्थान तक सीमित नहीं है, बल्कि पूरे देश में एकता और श्रद्धा का प्रतीक है। इस दीपावली, अयोध्या में न केवल दीपों की रोशनी होगी, बल्कि श्रद्धा और भक्ति का अद्भुत माहौल भी बना रहेगा।