पेरिस। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ने कहा है कि फ्रांस और अन्य यूरोपीय देश संघर्ष में घायल हुए गाजा के बच्चों को चिकित्सा उपचार के लिए तैयार है। श्री मैक्रॉन ने जॉर्डन के राजा अब्दुल्ला द्वितीय से जार्डन के अकाबा शहर में गुरुवार को मुलाकात के दौरान यह बात कही। जॉर्डन की समाचार एजेंसी पेट्रा ने श्री मैक्रॉन के हवाले से अपनी रिपोर्ट में बताया कि फ्रांस कैंसर से पीड़ित गाजा के बच्चों को फ्रांसीसी अस्पतालों में इलाज की पेशकश करने में रुचि रखता है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि श्री मैक्रॉन ने दो-राष्ट्र समाधान के आधार पर गाजा पट्टी में शांति तक पहुंचने की दिशा में काम करने के जॉर्डन के प्रयासों की सराहना की और गाजा को मानवीय सहायता के वितरण को बढ़ाने के लिए अंतरराष्ट्रीय समन्वय बढ़ाने में जॉर्डन की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला। रिपोर्ट के अनुसार श्री मैक्रॉन ने गाजा पट्टी में अपने दो फील्ड अस्पतालों के माध्यम से गाजावासियों को सहायता और चिकित्सा उपचार प्रदान करने के अम्मान के प्रयासों का भी स्वागत किया।
उल्लेखनीय है कि गत सात अक्टूबर को, फिलिस्तीनी आंदोलन हमास ने गाजा पट्टी से इज़रायल के खिलाफ बड़े पैमाने पर रॉकेट हमला किया और उसके लड़ाकों ने सीमा का उल्लंघन किया एवं सेना और नागरिकों पर गोलीबारी की। परिणामस्वरूप, इज़रायल में 1,200 से अधिक लोग मारे गए और लगभग 240 अन्य का अपहरण कर लिया गया। इज़रायल ने जवाबी हमले शुरू किए और गाजा की पूर्ण नाकाबंदी का आदेश दिया और हमास लड़ाकों को खत्म करने और बंधकों को बचाने के घोषित लक्ष्य के साथ फिलिस्तीनी इलाके में जमीनी घुसपैठ शुरू की।
स्थानीय अधिकारियों ने कहा कि इज़रायली हमलों के कारण गाजा में अब तक 20,000 से अधिक लोग मारे गए हैं।
कतर ने 24 नवंबर को इज़रायल और हमास के बीच एक अस्थायी संघर्ष विराम और कुछ कैदियों और बंधकों की अदला-बदली के साथ-साथ गाजा पट्टी में मानवीय सहायता के वितरण पर एक समझौते में मध्यस्थता की। युद्धविराम को कई बार बढ़ाया गया और एक दिसंबर को समाप्त हो गया।