
मुंबई। दीया मिर्जा 24 साल से बॉलीवुड का हिस्सा हैं। मिस इंडिया एशिया पेसिफिक और मिस एशिया पेसिफिक इंटरनेशनल का ताज जीतने के बाद दीया ने फिल्मी दुनिया में कदम रखे थे। उन्हें लोग आज भी ‘रहना है तेरे दिल में’ जैसी फिल्म के लिए याद करते हैं। दीया मिर्जा ने अपने करियर में कई और यादगार फिल्में कीं, लेकिन काफी चुनौतियों का भी सामना करना पड़ा। एक चुनौती उनके सामने फिल्म ‘तुमको ना भूल पाएंगे’ के सेट पर भी आई थी, जिसमें सलमान खान थे। दीया ने बताया कि इस फिल्म के मेकर्स ने उन्हें चुप करवा दिया था और कहा गया था कि वह कोई सवाल-जवाब न करें।
43 वर्षीय एक्ट्रेस ने इंटरव्यू में बताया कि जिस वक्त उन्होंने बॉलीवुड में करियर शुरू किया, उस वक्त इंडस्ट्री में महिलाओं के लिए कैसी स्थिति थी। दीया आज बॉलीवुड की जानी-मानी एक्ट्रेसेस में शुमार हैं, पर अपने करियर के शुरुआती दिनों में उन्होंने देखा था कि कैसे महिलाओं के सम्मान की उपेक्षा की जाती थी। दीया मिर्जा ने कहा, ‘उस वक्त ज्यादातर चीजें आपके को-स्टार की डेट्स की उपलब्धता और लोकेशन की उपलब्ध है या नहीं, इस आधार पर शूट की जाती थीं। ऐसा अब भी होता है, लेकिन अगर आपको कहानी पता हो तो नेविगेट करना आसान होता है। उस समय, हमें कुछ भी नहीं पता था।’
दीया मिर्जा ने फिर ‘तुमको ना भूल पाएंगे’ का उदाहरण देते हुए बताया कि फिल्म में वह बॉलीवुड की टॉप टीम के साथ काम कर रही थीं, फिर भी फीमेल कैरेक्टर को कोई अहमियत नहीं दी गई। यहां तक कि स्क्रिप्ट भी तैयार नहीं थी। दीया बोलीं, ”तुमको ना भूल पाएंगे’ की शूटिंग के दौरान डायरेक्टर पंकज पाराशर थे। मैं सोच रही थी वाह, पंकज ने ‘चालबाज’ बनाई है। वह कमाल के हैं। फिर हीरो के रूप में सलमान खान भी हैं, और फिल्म को बड़े प्रोड्यूसर सपोर्ट कर रहे हैं। उन्होंने कहानी पर बहुत पैसा खर्च किया, लेकिन स्क्रिप्ट ही तैयार नहीं थी।’
दीया मिर्जा ने आगे बताया, ‘कोई वर्कशॉप नहीं, कोई रीडिंग नहीं। सीन्स भोजपुरी में लिखे थे। मेरा किरदार राजस्थानी था, पर मैं भोजपुरी बोल रही थी। मुझे मेरी लाइनें शूट पर जाने से चंद मिनट पहले दी जाती थीं। मेरे कपड़े उसी समय सिले जाते और फिर मेरे पास आते थे।
लेकिन जब दीया मिर्जा ने अपने किरदार में दिखे झोल पर सवाल उठाने शुरू किए, तो उन्हें चुप करवा दिया गया। दीया बोलीं, ‘उन्होंने मुझसे कहा कि मेरा किरदार चनिया चोली पहनता है। मैंने पूछा क्यों, तो वो मुझसे बोले- तुम बहुत सवाल पूछती हो। ऐसा मत करो। जो कहा जा रहा है, वो करो। जिस बात ने मुझे पूरी तरह से परेशान कर दिया, वो ये था कि महिला की स्पेस, उसके सवालों की उपेक्षा की गई। यह तक नहीं सोचा कि बता देते तो इससे मुझे अच्छा परफॉर्म करने में मदद मिलती।’