
नई दिल्ली। नेता सदन जगत प्रकाश नड्डा ने कहा कि वाद विवाद और चर्चा लोकतंत्र का हिस्सा है लेकिन हमें परंपराओं का ध्यान रखना चाहिए और संवैधानिक प्रावधान के तहत सदन की कार्यवाही को चलाना चाहिए।
यह खेद की बात है कि बार-बार के अनुरोध के बावजूद राष्ट्रपति का संदेश इस सदन में सही तरीके से नहीं रखा जा सका। इस पर विपक्ष के रवैये की सदन निंदा करता है। नड्डा ने कहा कि विपक्ष सदन नहीं चलाना चाहता और सिर्फ राजनीतिक रोटियां सेंकने की कोशिश कर रहा है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आरोप लगाया कि विपक्ष सदन को गुमराह करने की कोशिश कर रहा है। विपक्ष ने विरोध में सदन से बहिर्गमन किया। बीजेपी सांसद भूपेन्द्र यादव ने कहा कि नियम 274 स्थायी समिति की रिपोर्ट के लिए होता है। प्रवर समिति की प्रक्रिया नियम 72 से 94 में उल्लिखित है और इसमें सभापति को अधिकार दिया गया है कि यदि सभापति को लगता है कि असहमति के नोट नियमों के विरूद्ध हैं तो उन्हें हटाया जा सकता है।
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