ढाबा संचालक अपनी पहचान न छिपाए : डीजीपी राजीव कृष्ण

लखनऊ। कांवड़ यात्रा को लेकर डीजीपी राजीव कृष्ण ने कहा है कि कोई भी ढाबा संचालक अपनी पहचान न छिपाए। अगर कोई ऐसा करता है, जिससे किसी की धार्मिक भावनाएं आहत होती हैं तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। डीजीपी ने ढाबों व खाने-पीने की दुकानों पर ओवररेटिंग रोकने के लिए पुलिस को फूड सेफ्टी विभाग साथ समन्वय बनाकर काम करने के निर्देश दिए हैं।

डीजीपी ने कहा है कि सुरक्षित,सकुशल कांवड़ यात्रा करवाने के लिए यूपी पुलिस तैयार है। सीमावर्ती राज्यों के साथ भी समन्वय बनाकर एक वॉट्सऐप ग्रुप पर रियल टाइम सूचनाएं साझा की जा रही हैं। सीसीटीवी कैमरों, ड्रोन, टीथर्ड ड्रोन की लाइव फीड हमें सीधे पुलिस मुख्यालय पर मिल रही हैं, जिससे सुरक्षा, यातायात व्यवस्था में काफी मदद मिल रही है।

डीजीपी ने अवैध धर्मांतरण के मामले में कहा कि एटीएस की जांच काफी आगे बढ़ चुकी है। एटीएस की ओर से दिए गए सबूतों के आधार पर आरोपितों की कस्टडी रिमांड मिली है। रिमांड के दौरान उनके खिलाफ वैज्ञानिक व अन्य जरूरी साक्ष्य जुटा रही है। हम ऐसे हर मामले को गंभीरता से लेकर उसकी तह तक जाकर कार्यवाही कर रहे हैं। ऐसे सिंडिकेट जो आर्थिक लाभ के लिए, गैर कानूनी तरीके से धर्मांतरण करवा रहे हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्यवाही होगी।

विश्व हिंदू रक्षा परिषद के गोपाल राय ने आरोप लगाया है कि उन्हें और अवैध धर्मांतरण के पीड़ितों को देश-विदेश से जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं। गोपाल ने इस संबंध में लखनऊ पुलिस से शिकायत की है। उनका आरोप है कि तीन दिन पहले उन्हें धमकी भरा पत्र मिला है। उनका कहना है कि अवैध धर्मांतरण की जानकारी मिलने के बाद उन्होंने 15 हिंदू परिवारों की घर वापसी करवाई थी, जिसके बाद से उन्हें धमकियां मिल रही हैं।

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