श्रीनगर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई विकास परियोजनाओं का अनावरण किया और अनुच्छेद 370 के प्रावधानों के हटने के बाद कश्मीर की अपनी पहली यात्रा के दौरान श्रीनगर में एक सार्वजनिक बैठक को संबोधित किया। अपने संबोधन की शुरूआत में मोदी ने कहा कि धरती के स्वर्ग पर आने का ये अहसास ये अनुभूति शब्दों से परे है। उन्होंने कहा कि प्रकृति का ये अनुपम स्वरूप, ये हवा, ये वादियां, ये वातावरण और उसके साथ आप कश्मीरी भाई-बहनों के इतने प्यार के लिए मैं आप सभी का अभिनंदन करता हूं।
मोदी ने कहा कि मुझे बताया गया है कि 285 ब्लॉकों से 1 लाख लोग वर्चुअली हमसे जुड़े हैं। मैं जम्मू-कश्मीर के लोगों को धन्यवाद देना चाहता हूं। यह वह नया जम्मू-कश्मीर है जिसका हम दशकों से इंतजार कर रहे थे। यह वह नया जम्मू-कश्मीर है जिसके लिए डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने अपना जीवन बलिदान कर दिया। इस नए जम्मू कश्मीर की आंखों में भविष्य की चमक है, इस नए जम्मू कश्मीर के इरादों में चुनौतियों को पार करने का हौंसला है। उन्होंने कहा कि आपके प्रसन्न चेहरों को देखकर देश भर के 140 करोड़ लोगों को संतुष्टि महसूस हो रही है।
नरेंद्र मोदी ने कहा कि 2014 के बाद जब भी मैं यहां आया हूं, मैंने हमेशा कहा है कि मैं आपका दिल जीतने के लिए ये सब प्रयास कर रहा हूं और मैं देख रहा हूं कि मैं आपका दिल जीतने में कामयाब रहा हूं। मैं कड़ी मेहनत करता रहूंगा। ये मोदी की गारंटी है। उन्होंने कहा कि आपके इस प्यार से मैं जितना खुश हूं, उतना ही कृतज्ञ भी हूं। मोदी प्यार के इस कर्ज को चुकाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ेगा। 2014 के बाद मैं जब भी आया, मैंने यही कहा कि मैं ये मेहनत आपका दिल जीतने के लिए कर रहा हूं। और मैं दिनों-दिन देख रहा हूं कि आपका दिल जीतने की सही दिशा में मैं जा रहा हूं।
उन्होंने कहा कि विकास की शक्ति, पर्यटन की संभावनाएं, किसानों का सामर्थ्य और जम्मू-कश्मीर के युवाओं का नेतृत्व, विकसित जम्मू-कश्मीर के निर्माण का रास्ता यहीं से निकेलगा। उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर केवल एक क्षेत्र नहीं है। जम्मू कश्मीर भारत का मस्तक है। और ऊंचा उठा मस्तक ही विकास और सम्मान का प्रतीक होता है। इसलिए विकसित जम्मू कश्मीर, विकसित भारत की प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि आज यहां से स्वदेश दर्शन योजना के तहत 6 परियोजनाएं देश को समर्पित की गई हैं। इसके अलावा स्वदेश दर्शन स्कीम के अगले चरण का भी शुभारंभ हुआ है। इसके तहत भी जम्मू कश्मीर समेत देश के अन्य स्थानों के लिए करीब 30 परियोजनाओं की शुरुआत की गई है।