
मधुमेह के रोगियों को मीठी चीजों से परहेज करने की सलाह दी जाती है, क्योंकि, मीठा खाने से उनका ब्लड शुगर लेवल तेजी से बढ़ सकता है। ग्लूकोज लेवल में यह स्पाइक शुगर मरीजों के लिए कई तरह की कॉम्प्लिकेशन्स का कारण बन सकती है। इसीलिए डायबिटीज मरीजों को इस बात का बहुत ध्यान रखना पड़ता है कि वे क्या खा रहे हैं और इसका उनकी सेहत और खासकर ब्लड शुगर लेवल पर क्या असर पड़ेगा। इसी तरह नेचुरल शुगर से भरपूर फल और सब्जियों से परहेज करना भी डायबिटीज में बहुत जरूरी है। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि मीठे स्वाद वाली एक सब्जी ऐसी भी है जिसके सेवन से डायबिटीज कंट्रोल होता है ? जी हां, यह सब्जी है शकरकंद जिसे रतालू और स्वीट पोटैटो भी कहा जाता है।
शकरकंद खाने से क्या नहीं बढ़ता शुगर लेवल
सर्दियों की खास सब्जी है शकरकंद जिसे भूनकर या उबालकर खाना पसंद किया जाता है। यह एक सुपरफूड है जो सर्दियों में आपको गर्मी देता है और शरीर को ठंड का सामना करने में मदद करता है। आलू परिवार की इस सब्जी में डाइटरी फाइबर के साथ-साथ एंटी-ऑक्सीडेंट्स, अलग-अलग विटामिन्स और मिनरल्स पाए जाते हैं। डायबिटीज के मरीजों के लिएभी शकरकंद बहुत फायदेमंद मानी जाती है। आइए जानें इसके सभी फायदे-
शुगर करे कंट्रोल
जैसा कि मौसम बदलने और तापमान में उतार-चढ़ाव के साथ ही डायबिटीज पेशेंट्स का ब्लड शुगर लेवल ऊपर-नीचे होने लगता है। इससे डायबिटीज से जुड़ी अन्य कॉम्प्लिकेशन्स बढ़ सकती हैं। लेकिन, शकरकंद खाने से डायबिटीज रोगियों को मदद होती है। उनका शुगर लेवल धीरे-धीरे बढ़ता है जिससे शरीर ठंडे मौसम में हेल्दी रह पाता है और डायबिटीज से जुड़ी कॉम्प्लिकेशन्स से बचना भी इजी हो जाता है।
डाइजेशन बढ़ाए
शकरकंद में डाइटरी फाइबर की मात्रा बहुत अधिक होती है। यह खाना पचाने और पाचन तंत्र को काम करने में सहायता करता है। इसीलिए शकरकंद खाने से कब्ज जैसी समस्याओं से भी राहत मिलती है। ऐसे लोग जिनका डाइजेस्टिव सिस्टम हमेशा खराब रहता है या जिन्हें एसिडिटी, कॉन्स्टिपेशन और पेट फूलने जैसी परेशानियां अक्सर होती हैं उन्हें सर्दियों में शकरकंद खाना चाहिए।
वेट लॉस
जो लोग आलू खाना नहीं चाहते या डायबिटीज जैसी बीमारियां जिनमें आलू खाने से मना किया जा सकता है वहां शकरकंद का सेवन लाभकारी है। शकरकंद को इसके पौष्टिक गुणों की वजह से आलू की तुलना में अधिक हेल्दी बताया जाता है। इसीलिए, जो लोग वजन कम करना चाहते हैं उन्हें शकरकंद का सेवन करना चाहिए। शकरकंद खाने से शरीर का मेटाबॉलिज्म बढ़ता है जिससे वेट लॉस की प्रक्रिया भी तेज होती है। वजन कम होने से ब्लड शुगर कम होने के प्रमाण कई स्टडीज में देखे गए हैं।
रोग–प्रतिरोधक शक्ति को बढ़ाये
ब्लड शुगर लेवल हाई रहने से शरीर का इम्यून सिस्टम भी प्रभावित होता है और इसी वजह से डायबिटीज के मरीज जल्दी-जल्दी बीमार पड़ते हैं। वहीं, शकरकंद खाने से शरीर को विटामिन सी मिलता है जो एक स्ट्रॉन्ग एंटीऑक्सीडेंट का काम करता है। यह इम्यूनिटी बढ़ाता है और सीजनल बीमारियों के बीच आपको स्वस्थ रखती है।