राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में लोकसभा चुनाव के लिए वोटिंग 25 मई को की जानी है। वहीं मतदान से एक दिन पहले दिल्ली यूनिवर्सिटी में बड़ा मामला सामने आया है। दिल्ली यूनिवर्सिटी में कॉलेज की दीवारों पर विवादित नारे लिखे गए हैं।
यूनिवर्सिटी की दीवारों पर विवादित नारे लिखे गए हैं। दिल्ली यूनिवर्सिटी के कॉलेजों में दीवारों पर चुनाव का बहिष्कार करने के लिए कहा गया है। विवादित नारे लिखे जाने की घटना सामने आने के बाद दिल्ली पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है। नारे लगाए जाने वाले लोगों को ढूंढने के लिए पुलिस जुट गई है। भगत सिंह छात्र एकता मंच (बीएससीईएम) ने दीवारों पर लिखे एक ही रास्ता नक्सलबाड़ी जैसे नारों की जिम्मेदारी ली है। स्व-घोषित युवा संगठन ने अपने इंस्टाग्राम पेज पर नारों की तस्वीरें पोस्ट की थीं। पुलिस ने बताया कि बृहस्पतिवार सुबह गश्त के दौरान उसने इलाके में नारे लिखे हुए देखे। पुलिस उपायुक्त (उत्तर) मनोज कुमार मीणा ने कहा, मामले में, विरूपण अधिनियम के तहत दो प्राथमिकी दर्ज की गई हैं।
दिल्ली में 25 को लोकसभा सीटों पर एक ही चरण में मतदान होना है। दिल्ली में मतदान से पहले दिल्ली यूनिवर्सिटी के कैंपस की दीवारों पर लाल रंग से बॉयकॉट इलेक्शन के नारे लिखे गए हैं। विवादित किनारे लिखे जाने की घटना के बाद अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का कहना है कि दिल्ली का युवा मतदाता लोकतंत्र के उत्सव में हिस्सा लेने के लिए बेहद उत्सुक है। युवाओं को हतोत्साहित करने के उद्देश्य से ही अलोकतांत्रिक और विवादित नारे लिखे गए हैं। एबीवीपी ने मांगी की है कि रोड के सभी सीसीटीवी फुटेज चेक करवाए जाएं और नारे लिखे जाने वाले देशों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।