गौहर खान ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि पीटीआई उम्मीदवारों द्वारा सबसे अधिक संख्या में नामांकन पत्र दाखिल किए जाने के बाद पार्टी से ‘बल्ला’ का चिह्न छीनने की साजिशें रची जा रही हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘ यदि आप हमारा चुनाव चिह्न छीन लेंगे तो क्या वे सभी स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ेंगे? यदि ऐसा हुआ तो चुनाव के बाद खरीद-फरोख्त का जिम्मेदार कौन होगा? ’’
पाकिस्तान में आम तौर पर संसद में पाला बदलवाने के लिए खरीद-फरोख्त का इस्तेमाल किया जाता है। उन्होंने कहा कि बल्ला सिर्फ उनकी पार्टी का चुनावी चिह्न नहीं बल्कि लोगों की उम्मीदों का भी प्रतीक है।
गौहर खान ने कहा, ‘‘ उच्चतम न्यायालय ने तय कर दिया है कि चुनाव चिह्न छीनना किसी राजनीतिक दल को भंग करने के बराबर है और यह अधिकार केवल अनुच्छेद 17 (संविधान के) के तहत शीर्ष अदालत के पास है।