कांग्रेस को राम से नहीं, बाबर से है प्यार

कांग्रेस द्वारा राम मंदिर ‘प्राण प्रतिष्ठा’ के निमंत्रण को अस्वीकार करने पर राजनीति जारी है। भाजपा जमकर कांग्रेस पर हमलावर है। इन सब के बीच असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने भी कांग्रेस पर निशाना साधा है। उन्होंने वार करते हुए कहा कि वे बाबर से प्यार करते हैं, भगवान राम से नहीं।’ इसलिए उन्हें आमंत्रित करने का निर्णय गलत था और केवल भगवान राम में आस्था रखने वालों को ही आमंत्रित किया जाना चाहिए था। उन्होंने कहा कि भगवान राम और बाबर के बीच गांधी परिवार सबसे पहले बाबर को दंडवत प्रणाम करेगा। 

कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ और इंडिया ब्लॉक बैठक पर असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि हमने (भारत जोड़ो न्याय यात्रा के लिए) सभी आवश्यक अनुमतियां दे दी हैं, कोई समस्या नहीं है। हमें (भारत बैठक से) कोई दिक्कत नहीं है कि वे सीटों का बंटवारा करें या नहीं। हम चुनाव लड़ेंगे और जीतेंगे। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने गुरुवार को कांग्रेस पर तीखा हमला बोलते हुए अपने नेताओं को “मौसमी हिंदू” करार दिया, क्योंकि पार्टी के शीर्ष नेताओं ने 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर के अभिषेक समारोह के निमंत्रण को अस्वीकार कर दिया था।

केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा, ”ये लोग मौसमी हिंदू हैं, जब उन्हें लगता है कि उन्हें वोट लेना है तो वे नरम हिंदू बनने की कोशिश करते हैं। जवाहरलाल नेहरू के बाद से कांग्रेस में कोई भी अयोध्या नहीं गया है।” भाजपा नेता ने आगे कहा कि मामले को कोर्ट में लटकाने का काम कांग्रेस पार्टी ने ही किया था, इसलिए उनमें अयोध्या जाने का नैतिक बल नहीं है। यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि सरकार या बीजेपी की ओर से निमंत्रण नहीं भेजा गया था। इसे राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने भेजा था। निमंत्रण को अस्वीकार करने से यह फिर से साबित हो गया है कि वे भगवान राम के खिलाफ हैं। वे पहले ही भगवान राम को काल्पनिक पात्र बता चुके हैं।

Related Articles

Back to top button