झारखंड विधानसभा चुनाव की तैयारियों के बीच इंडिया गठबंधन की सीट शेयरिंग का खाका लगभग तय हो गया है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और कांग्रेस के झारखंड प्रभारी गुलाम अहमद मीर ने हाल ही में एक साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि कांग्रेस और झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) मिलकर 81 में से 70 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। बाकी की 11 सीटें वाम मोर्चा और राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के बीच बांटी जाएंगी। यह सहयोग दोनों पार्टियों के लिए चुनावी मैदान में मजबूती प्रदान करेगा, जिससे वे मिलकर अपनी रणनीति पर काम कर सकेंगे।
झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए सीट शेयरिंग को लेकर अभी भी कई पेंच फंसे हुए हैं। सीएम हेमंत सोरेन ने यह स्पष्ट नहीं किया है कि आरजेडी को कितनी सीटें मिलेंगी और वाम मोर्चा किन सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगा। इसके अलावा, कई सीटों पर कांग्रेस और जेएमएम के बीच विवाद चल रहा है, जैसे कि जमुआ सीट, जिसे जेएमएम भाजपा से आए विधायक केदार हाजरा के लिए मांग रही है। हाजरा हाल ही में भाजपा छोड़कर जेएमएम में शामिल हुए हैं, जबकि 2019 में यह सीट कांग्रेस के पास थी।
वहीं, एनडीए में सीट बंटवारा फाइनल हो गया है, जिसमें भाजपा 68 सीटों पर चुनाव लड़ेगी, जबकि आजसू 10, जनता दल 2 और लोक जनशक्ति पार्टी 1 सीट पर उम्मीदवार उतारेगी। झारखंड में विधानसभा चुनाव 13 और 20 नवंबर को दो चरणों में होंगे, और मतगणना 23 नवंबर को की जाएगी। यह चुनाव विभिन्न राजनीतिक दलों के लिए महत्वपूर्ण हैं, और सीटों को लेकर अभी भी कई जटिलताएं बनी हुई हैं।