चुनाव आयोग ने इलेक्टोरल बॉन्ड का डाटा अपनी वेबसाइट पर अपलोड किया है। सुप्रीम कोर्ट ने SBI को चुनावी बॉन्ड से जुड़ा डाटा चुनाव आयोग को सौंपने का आदेश दिया था। रिपोर्ट के अनुसार, 2018 में शुरू हुई स्कीम के तहत करीब 12155 करोड़ रुपये का चुनावी चंदा दिया गया। सबसे ज्यादा चुनावी चंदा 1368 करोड़ रुपये 2019 से 2024 के बीच फ्यूचर गेमिंग एंड होटल सर्विसेज ने दिया। दूसरे नंबर पर मेघा इंजीनियरिंग एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर कंपनी है, जिसने 960 करोड़ का चुनावी चंदा दिया।
MEIL कंपनी के मालिक पीवी कृष्णा रेड्डी और पीपी रेड्डी हैं। कंपनी का हेड ऑफिस हैदराबाद में है। कंपनी के देशभर के 18 राज्यों में सिंचाई, जल प्रबंधन, हाइड्रोकार्बन, परिवहन, भवन आदि से जुड़े प्रोजेक्ट चल रहे है। केंद्र और राज्य सरकारों के साथ सांझेदारी में कंपनी काम करती है। कंपनी इस समय तेलंगाना सरकार के कालेश्वरम डैम प्रोजेक्ट से जुड़ी है। जोजिला सुरंग और पोलावरण डैम बनाने में भी कपंनी सहयोग दे रही है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, फरवरी 2024 में एक रिपोर्ट आई थी, जिसके अनुसार, पीपी रेड्डी का करीब 67500 करोड़ का एम्पायर है। फोर्ब्स की रिपोर्ट 2023 के अनुसार, पीपी रेड्डी की अपनी खुद की प्रॉपर्टी 16591 करोड़ रुपये है। वे देश के 54वें सबसे अमीर शख्स हैं। पीपी रेड्डी के पिता किसान थे। परिवार में कोई बिजनेस नहीं करता था। वे अपने मां-बाप की 5वीं संतान हैं। इंजीनियरिंग कोर्स से ग्रेजुएट हैं और एक कंस्ट्रक्शन कंपनी में काम करते थे और जब उन्होंने कारोबार शुरू किया था तो सिर्फ 2 कर्मचारी थे।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पीपी रेड्डी को 1989 में बिजनेस करने का आइडिया आया। छोटी पाइप बनाने की शुरुआत की। इसके बाद देश का सबसे बड़ा सिंचाई प्रोजेक्ट बनाया। आज पीपी रेड्डी बिजनेस टायकून हैं। हैदराबाद में आज उनका डायमंड हाउस है, जो हीरे की तरह चमकता है। उनके पास एक प्राइवेट गोल्फ कोर्स भी है। साल 2019 में उनकी कंपनी पर इनकम टैक्स रेड भी पड़ी थी। कंपनी के खिलाफ 2023 में एक कंपनी ने टेंडर की बोली गलत तरीके से लगाने का आरोप केस भी किया था।