
उत्तर भारत में आज गंगा के मैदानी इलाकों में कोहरे की मोटी चादर छाई रही। घने कोहरे से दृश्यता कम रही जिससे सड़क और रेल यातायात प्रभावित हुआ। उपग्रह से प्राप्त तस्वीरों में पंजाब से पूर्वोत्तर भारत तक के इलाकों में कोहरे की मोटी चादर फैली हुई दिखाई दी। रेलवे के एक प्रवक्ता ने बताया कि घने कोहरे के कारण दिल्ली आने वाली 30 ट्रेन अधिकतम छह घंटे की देरी से चल रही हैं। उत्तर भारत में सुबह साढ़े पांच बजे वाराणसी, आगरा, ग्वालियर, जम्मू, पठानकोट और चंडीगढ़ में दृश्यता का स्तर शून्य मीटर रहा जबकि गया में यह 20 मीटर दर्ज किया गया। प्रयागराज एवं तेजपुर में दृश्यता का स्तर 50 मीटर, अगरतला में 100 मीटर, अमृतसर में 200 मीटर और गोरखपुर में 300 मीटर रहा। दिल्ली में इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास पालम वेधशाला में दृश्यता का स्तर केवल 50 मीटर दर्ज किया गया।
हम आपको बता दें कि देश के उत्तर और पूर्वोत्तर क्षेत्र में बीते 15 दिनों में सुबह के दौरान कोहरे ने सड़क, रेल और हवाई यातायात को गंभीर रूप से प्रभावित किया है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने घने कोहरे के कारण कई स्थानों पर दृश्यता का स्तर शून्य मीटर तक पहुंच जाने के बीच लोगों को अनावश्यक यात्रा से बचने और वाहन चलाते समय सावधानी बरतने की सलाह दी है। आईएमडी ने बताया कि अगले तीन दिन तक उत्तर भारत में घने से बहुत घने कोहरे की स्थिति बनी रहने की आशंका है। विभाग ने बताया कि अगले दो दिन तक उत्तरी मैदानी इलाकों में शीत दिवस से गंभीर शीत दिवस की स्थिति बनी रहेगी। आईएमडी के अनुसार, ‘‘देश के उत्तर पश्चिम क्षेत्रों में तीन दिनों तक शीत लहर से लेकर गंभीर शीत लहर की स्थिति जारी रहने की आशंका है।’’
जहां तक दिल्ली के मौसम की बात है तो आपको बता दें कि राष्ट्रीय राजधानी में मंगलवार सुबह न्यूनतम तापमान 3.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं राजस्थान के भी कई इलाकों में मंगलवार सुबह शीतलहर का दौर जारी रहा और कई स्थानों पर घना कोहरा भी देखा गया। मौसम केंद्र के अनुसार, बीते चौबीस घंटे की अवधि के दौरान फतेहपुर और करौली में न्यूनतम तापमान 2.9 डिग्री और संगरिया में 3.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हम आपको बता दें कि मौसम की मार से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है।