लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आयोजित समारोह में शौर्य सम्मान-2025 कार्यक्रम में शहीदों और सुरक्षा बलों के योगदान को सम्मानित किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया और शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि शहीदों का बलिदान समाज की ऊर्जा और प्रेरणा का स्रोत है।
उन्होंने कहा कि देश और धर्म की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले हमारे शहीद समाज को नई दिशा और जीवन प्रदान करते हैं। उनके बलिदान के कारण ही हम आज स्वतंत्रता और सुरक्षा का अनुभव कर पा रहे हैं। योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर शहीदों और सुरक्षा बलों के योगदान को याद करते हुए उनकी वीरता और साहस को सलाम किया और कहा कि उनके बलिदान की वजह से हम आज सुरक्षित और स्वतंत्र हैं।
यह कार्यक्रम शहीदों की वीरता को सम्मानित करने और उनकी श्रद्धांजलि अर्पित करने का एक महत्वपूर्ण अवसर था। सीएम योगी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आजादी के अमृत महोत्सव के दौरान दिए गए संकल्प का उल्लेख करते हुए कहा कि 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाना हम सभी का लक्ष्य है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के ‘पंच प्रण’—गुलामी की मानसिकता को समाप्त करना, महापुरुषों के योगदान पर गर्व करना, और सुरक्षा बलों का सम्मान करना हर भारतीय के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं। सीएम योगी ने कहा कि 2017 में सरकार बनने के बाद एक नीति बनाई गई, जिसके तहत किसी भी जवान (सेना, अर्धसेना, पुलिस बल) के शहीद होने पर उनके परिवार की जिम्मेदारी सरकार उठाएगी।
उन्होंने बताया कि अब तक 1.5 लाख से अधिक पुलिसकर्मियों के खाली पदों को भरा गया है। सीएम ने कहा 2017 से पहले अपराधी पुलिस को दौड़ाते थे, लेकिन अब पुलिस अपराधियों को पकड़कर सही जगह पहुंचा रही है। यह नए भारत के नए उत्तर प्रदेश का बदला हुआ स्वरूप है ।