
वॉशिंग मशीन की वजह से महिलाओं को बहुत आसानी हो गई है। अब खाना बनाने के बाद उन्हें कपड़े धोने बैठने की जरूरत नहीं होती है। बल्कि दूसरे कामों के साथ वॉशिंग मशीन में कपड़े डालकर धोने का काम भी एक साथ हो जाता है। अब भले ही वॉशिंग मशीन ने काम को आसान कर दिया हो लेकिन कुछ परेशानियां भी आती है।
जैसे कि एक साथ बहुत सारे कपड़े धोने पर सभी एक दूसरे में उलझ जाते हैं। इनकी उलझन इतनी टाइट होती है कि निकालने में काफी दिक्कत होने लगती है। हालांकि हर प्रॉब्लम का सॉल्यूशन होता है वैसे ही इसका भी है। एक आसान सी ट्रिक है, जो ना सिर्फ कपड़ों को उलझने से बचाएगी बल्कि सिकुड़ने से भी रोक लेगी।
वॉशिंग मशीन में कपड़ों को उलझने से बचाने के लिए आपको एल्यूमीनियम फॉयल पेपर की जरूरत होगी। आप चाहें तो नया फॉयल पेपर ले सकते हैं या लंच बॉक्स में इस्तेमाल किया हुआ पेपर भी धोकर ले सकते हैं। आपको इस फॉयल पेपर की छोटी-छोटी गेंद बना लेनी होगी।
जितने कपड़ा धोना है उसके हिसाब से वॉशिंग मशीन में पानी भर दीजिए। अब इन फॉइल पेपर की छोटी-छोटी बॉल्स को भी पानी के अंदर डाल दें। डिटर्जेंट और कपड़े डालने के बाद नॉर्मल तरीके से वॉशिंग मशीन में कपड़े धो लीजिए। अब एक भी कपड़ा दूसरे में उलझेगा नहीं।
छोटे, सॉफ्ट कपड़ों, ब्रा, मोजे या डोरी वाले कपड़ों को जाली वाले बैग में डालकर धोएं। यह उन्हें दूसरे कपड़ों में फंसने से बचाता है और उन्हें सुरक्षित भी रखता है। कपड़े धोने से पहले सभी जिपर, बटन, हुक और डोरियों को बंद कर दें या बांध दें। यह न केवल कपड़ों को उलझने से बचाएगा, बल्कि कपड़ों को नुकसान होने से भी रोकेगा।
वाशिंग मशीन के ड्रायर में कपड़े सुखाने पर भी अक्सर एक दिक्कत होती है कि सिकुड़न आ जाती हैं। हालांकि कंचन सिंह की ट्रिक यहां भी आपके बहुत काम आएगी। आपको बस ड्रायर में कपड़े डालते वक्त बीच-बीच फॉइल पेपर की बॉल्स को डालते जाना है। देखना फिर क्या कमाल होता है, ये ना सिर्फ कपड़ों को सिकुड़ने से बचाएगा बल्कि प्रेस करने की जरूरत भी नहीं पड़ेगी।