लखनऊ में लूट की श‍िकार अंडर सेक्रेटरी की पत्‍नी का दावा

लखनऊ। ‘बदमाश की उम्र करीब 20 वर्ष होगी। लंबे बाल, कम हाइट है और वह सांवला है। घटना के समय काली शर्ट पहने हुए था। सामने आया तो उसे पहचान लूंगी। पुलिस ने कई बदमाशों के फोटो और सीसीटीवी कैमरों की फुटेज दिखाई हैं। उनमें एक बदमाश को मैंने पहचाना है।’… ये बातें भूतनाथ मार्केट के पास राजकीय कॉलोनी में 9 जुलाई की दोपहर लूटपाट के दौरान बदमाश के हमले में घायल हुईं बापू भवन में अंडर सेक्रेटरी के पद पर तैनात हरीश चंद्र पांडेय की पत्नी शशि पांडेय ने कहीं। धारदार हथियार के हमले से उनके गले पर गहरा घाव है, जिससे उन्हें अभी बात करने में दिक्कत हो रही थी।

पीड़िता शशि पांडेय के पति हरीश पांडेय बापू भवन में साइंस ऐंड टेक्नॉलजी विभाग में अंडर सेक्रेटरी हैं। उन्होंने बताया कि 9 जुलाई की दोपहर उनकी पत्नी किचन में थीं, जबकि बच्चे अंदर कमरे में। गेट खटखटाने की आवाज पर शशि बाहर की ओर गईं। उन्होंने पूछा कि कौन आया है। जवाब मिला कि एसी सर्विस के लिए आए हैं। पांडेय जी ने भेजा है।

उन्होंने दरवाजा खोला तो एक युवक गेट के बाहर ही खड़ा रहा, जबकि दूसरा युवक गेट अंदर घुस गया। पीड़िता ने 10-15 दिन पहले ही एसी सर्विस होने की बात कही। युवक ने दबाव बनाते हुए कहा कि सर ने दोपहर में कॉल किया था। पीड़िता बेटे से पूछने के लिए पलटी। उसे आवाज लगाई तो बदमाश ने उनका मुंह दबा दिया। पीड़िता के मुताबिक पहले चेन लूटी। शोर मचाने का प्रयास किया तो गले पर धारदार हथियार से हमला करके कट लगा दिया। इसके बाद बालियां लूट लीं। बदमाश अंगूठियां लूटने लगा।

पीड़िता ने मुट्ठी कसके बंद कर ली तो बदमाश ने दूसरे हाथ पर धारदार हथियार से वार कर दिया। पीड़िता ने बदमाश से बचने का प्रयास किया तो उनका सिर गेट के बगल में पिलर से लड़ा दिया। इसके बाद दोनों बदमाश मौके से फरार हो गए। पीड़िता के मुताबिक गेट के बाहर खड़े बदमाश ने अपना चेहरा रोड की तरफ कर रखा था। वह निगरानी कर रहा था, इसलिए वह उसे नहीं पहचान सकेंगी।

उनका कहना है कि जिस बदमाश ने वारदात की है। उसे वह अच्छी तरह से पहचान लेंगी। उसके बाल लंबे हैं। हाइट कम है। सांवला सा है। पीड़िता के मुताबिक दोनों बदमाशों की उम्र करीब 20 वर्ष होगी। पीड़िता के मुताबिक पुलिस ने कई बदमाशों के फोटो और सीसीटीवी कैमरों की फुटेज दिखाएं हैं। उनमें से एक बदमाश का हुलिया काफी मिलता-जुलता है।

अंडर सेक्रेटरी के पद पर तैनात हरीश चंद्र पांडेय पुलिस की अब तक के पड़ताल के तरीके से संतुष्ट नहीं हैं। उनका कहना है कि पुलिस चौकी से कुछ दूरी पर ही उनका घर है। इसके बावजूद दिनदहाड़े इतनी बड़ी वारदात हो गई। उनका दावा है कि घटना के बाद कोई बड़ा पुलिस अधिकारी उनके घर पर जांच के लिए नहीं पहुंचा।

भूतनाथ चौकी इंचार्ज ही उनके घर पर आकर फोटो व सीसीटीवी कैमरों की फुटेज दिखा रहे हैं। उनका कहना है कि वारदात हुए इतना समय हो गया है, लेकिन बदमाश अब भी पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं। उन्होंने बताया कि पुलिस एक संदिग्ध को लेकर आई थी। उसका हुलिया बदमाश से काफी मेल खा रहा है। हरीश चंद्र का कहना है कि पुलिस की जांच इसी तरह से चली तो वह मामले की जांच एसटीएफ से करवाए जाने की मांग करेंगे।

पीड़ित हरीश चंद्र पांडेय के मुताबिक बदमाशों ने जिस तरह से वारदात की है,उसे देखने से यही लग रहा है कि कई दिन रेकी बाद उन्होंने घर को टारगेट किया था। पुलिस घटना के तीन से चार दिन पहले के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज चेक कर रही है, जिससे कि बदमाशों के बारे में सही सुराग लग सके। हरीश चंद्र पांडेय ने बताया कि पॉश इलाके में बदमाशों ने महज 17 सेकेंड में वारदात की। फिलहाल शशि पांडेय इलाज के बाद डिस्चार्ज हो गईं हैं। वह घर आ गईं हैं। उन्हें बोलने में दिक्कत हो रही है।

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