खिलाड़ियों के परिवार के साथ यात्रा के नियम में बदलाव

नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड जल्द ही विदेश दौरे पर परिवार के साथ खिलाड़ियों के यात्रा करने के नियम में बदलाव कर सकता है। भारतीय खिलाड़ियों को परिवार के साथ निर्धारित समय से ज्यादा समय गुजारने के लिए बोर्ड से अनुमति लेनी होगी। बता दें कि, हाल ही में पूर्व भारतीय कप्तान विराट कोहली ने विदेशी दौरे के दौरान परिवार की मौजूदगी सीमित करने के नियम पर अपनी राय रखी थी। उन्होंने कहा था कि जब खिलाड़ी दौरे के दौरान खराब दौर से गुजर रहा होता है तो उस वक्त परिवार के सदस्य की भूमिका अहम हो जाती है।

बीसीसीआई के एक सूत्र के हवाले से बताया कि खिलाड़ियों के परिवार के साथ यात्रा करने की अवधि के नियम में बोर्ड बदलाव कर सकता है। खिलाड़ियों को अपने परिवार के साथ दौरे पर अधिक समय बिताने के लिए बोर्ड से अनुमति लेनी होगी।

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दौरान भारत को मिली हार के बाद भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने नए नीतियां बनाई थी। इसके तहत 45 दिन के दौरे के दौरान खिलाड़ियों के परिवार के सदस्य अधिकतम दो सप्ताह तक ही साथ रह सकते हैं। इससे कम अवधि के दौरे पर खिलाड़ी अधिकतम एक सप्ताह तक ही अपना परिवार साथ में रख सकते हैं।

बीसीसीआई के इस नियम पर बात करते हुए स्टार बल्लेबाज विराट कोहली ने आरसीबी के कार्यक्रम के दौरान कहा था कि, लोगों को यह समझाना बहुत कठिन है कि जब भी बाहर हो और आपके साथ कुछ अच्छा नहीं हो रहा है तो उस वक्त परिवार का साथ रहना कितना जरूरी है। मुझे नहीं लगता कि लोगों को इस बात की समझ है कि यह किस हद तक प्रभाव डालता है।

उन्होंने कहा, मैं इस बात से काफी निराश महसूस करता हूं क्योंकि ऐसा लगता है कि ऐसे लोगों का जिनका खिलाड़ियों के साथ क्या हो रहा है उनसे कोई लेना-देना नहीं है, उन्हें बीच में लाया जाता है और सबसे आगे रखा जाता है। उन्हें इन चीजों से दूर रखा जाना चाहिए। अगर आप किसी खिलाड़ी से पूछेंगे कि क्या हर समय आप अपने परिवार को आसपास रखना चाहते हैं? आपको जवाब मिलेगा हां, क्योंकि मैं नहीं चाहता कि कमरे में अकेले बैठकर उदास रहूं। मैं सामान्य तरीके से रहना चाहता हूं। तब आप वास्तव में अपने खेल को एक जिम्मेदारी के रूप में ले सकते हैं। आप उस जिम्मेदारी को पूरा करते हैं।

हाल में समाप्त हुई चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान विराट कोहली, रवींद्र जडेजा और मोहम्मद शमी जैसे खिलाड़ियों के परिवार भी दुबई में थे लेकिन वे टीम होटल में नहीं ठहरे थे। परिवार का खर्चा बीसीसीआई ने नहीं बल्कि स्वयं खिलाड़ियों ने उठाया था।

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