नोटबंदी पर खजांची का जन्म दिन मनाते हुए अखिलेश ने पूछा, कब कम होंगे गैस सिलेंडर के दाम

लखनऊ। नोटबंदी के पांच साल पूरे होने पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंगलवार को खजांची यादव का 5वां बर्थडे मनाया। खजांची यादव कन्नौज का है, उसका जन्म बैंक नोटबंदी के दौरान बैंक के बाहर लगी लाइन में हुआ था। इस दौरान अखिलेश यादव ने गैस सिलेंडर दिखाते हुए केंद्र सरकार से सवाल किया कि इसके दाम कब कम होंगे? अखिलेश ने कहा कि नोटबंदी के फैसले को मास्टर स्ट्रोक बताया जा रहा था, लेकिन यह ब्रेन स्ट्रोक निकला।

अखिलेश ने कहा कि अर्थव्यवस्था के जो हालात हैं, उसका कारण भाजपा के गलत फैसले हैं। जब तक भाजपा सरकार में है, न्याय नहीं हो सकता है। ट्रिपल इंजन की सरकार कानून व्यवस्था को ध्वस्त कर रही है। दिल्ली का इंजन, लखनऊ का इंजन और लखीमपुर का इंजन। लखीमपुर की हिंसा में SIT की जांच पर सवाल उठ रहे हैं। हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट यूपी की कानून व्यवस्था पर सवाल उठा चुके हैं। मुख्यमंत्री खुद सोचे कि सुप्रीम कोर्ट क्यों सवाल उठा रहा है। गृह राज्यमंत्री का अभी भी इस्तीफा नहीं हुआ है। मुख्यमंत्री अपने खानदान के पास चले जाएं यूपी का भला हो जाएगा।

गूंगी-बहरी सरकार से क्या लड़ना?

अखिलेश ने कहा कि आज मार्केट में पैसे का ज्यादा सर्कुलेशन है। भाजपा बताए कि किसका फायदा हो रहा है। एक हमारे विधायक भूख हड़ताल पर हैं। उनसे अपील है कि गूंगी बहरी सरकार से क्या लड़ना, भूख हड़ताल छोड़ स्वस्थ होकर लड़ें। हमारे नेता प्रतिपक्ष आज उनका धरना खत्म कराएंगे। दरअसल, अमेठी के विधायक राकेश बीते 31 अक्टूबर से लखनऊ में गांधी प्रतिमा पर धरना दे रहे हैं। उन्होंने सड़क नहीं बनने से नाराज होकर इस्तीफा दे दिया है।

अखिलेश यादव ने और क्या कहा?

हर साल खजांची का जन्मदिन मनाया जाता है। खजांची का जन्म भी बैंक में हुआ था।

 पूरे देश में नोटबंदी के दौरान बड़े पैमाने पर लोगों की मौत हुई। सपा के अलावा खजांची की मदद किसी ने नहीं की।

जन्मदिन तो भाजपा को मनाना चाहिए। भाजपा न खजांची का जन्मदिन मना रही न फायदे बता रही।

 भाजपा बता रही थी कि नए रुपए में चिप लगी है। लेनदेन काला सफेद होता है, रुपया नहीं। रिजर्व बैंक के साथ जो हुआ वो भाजपा बता सकती है।

 भाजपा ने अमीरों से नोट लिया और गरीब को और गरीब किया। मुख्यमंत्री को कोई भी सही चीज दे दीजिए वो खराब कर देंगे।

भाजपा ने अपना संकल्प पत्र पूरा नही किया वैसे ही जो उनके सहयोगी दल हैं। वे उनकी नहीं सुन रहे हैं।

ऐसे मुख्यमंत्री जो बिजली प्लांट का नाम नहीं ले पाते वो बिजली क्या देंगे।

कानपुर, गोरखपुर में मेट्रो हमने चलाई। मुख्यमंत्री गोरखपुर में केवल नाव चलवा पाएंगे।

जो पिछड़ों को गिन न सके वो पिछड़ों को क्या न्याय देंगे।

मतदाता सूची में 2,12,56,262 लोगों को जोड़ा गया, काटे गए नामों की संख्या 16,42,756 है।

 इस बार जोड़े और काटे नामों की चुनाव आयोग जानकारी नहीं दे रहा। इस बार राजनीतिक दलों को कोई सूची नहीं दी गई।

अगर सूची नहीं दी गई तो सपा चुनाव आयोग के खिलाफ धरना प्रदर्शन करेगी। चुनाव आयोग के सारे अधिकारी उत्तर प्रदेश के हैं।

इत्र से 2022 में नफरत का अंत हो जाएगा

इस दौरान अखिलेश यादव ने समाजवादी इत्र को लांच किया। 2022 के चुनावों को देखते हुए यह इत्र 22 फूलों से बनाया गया है। अखिलेश ने कहा कि जब इत्र की खुशबू लोग सूंघेंगे तो उन्हें पता चल जाएगा कि कौन आ रहा है? ये इत्र की बोतल उनके पास जाएगी तो बोतल का रंग बदल देंगे। 2024 में 24 प्राकृतिक इत्रों वाला इत्र लांच होगा। वहीं, एमएलसी पुष्पराज ने कहा कि इससे 2022 में नफरत का अंत हो जाएगा।

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