
लखनऊ । उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने में अभी दो साल बाकी हैं, लेकिन सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी ने 2027 के लिए अभी से तैयारी शुरू कर दी है। यही वजह है कि उत्तर प्रदेश के 70 जिलों में बीजेपी ने जिलाध्यक्षों की नियुक्ति भी कर दी है।
बीजेपी जिलाध्यक्षों की जो नई सूची जारी की गई है। उसमें सवर्णों का बोलबाला नजर आ रहा है। लगभग 55 फीसदी से ज्यादा सवर्ण जिलाध्यक्ष और महानगर अध्यक्ष बनाए गए हैं। जबकि लगभग 35 फीसदी ओबीसी और 10 फीसदी दलित नेताओं का नया जिलाध्यक्ष नियुक्त किया गया है।
सांसद और बीजेपी यूपी के प्रभारी महेंद्र नाथ पांडेय ने नए जिला अध्यक्षों की नियुक्ति को लेकर कहा कि अभी 28 जिला अध्यक्ष और महानगर अध्यक्ष बनाए जाने बाकी हैं। महेंद्र पांडे ने कहा कि पहली लिस्ट में ही ओबीसी और दलितों का प्रतिनिधित्व बढ़ाया गया है। बचे हुए 28 लोगों में सबसे ज्यादा ओबीसी दलित और महिलाओं की ही भागीदारी होगी।
उन्होंने कहा, संगठन में अभी जिला अध्यक्षों का चुनाव हुआ है जिसमें आज 70 जिला इकाइयों में जिला अध्यक्ष घोषित किए गए हैं। सीतापुर से राजेश शुक्ला और ललितपुर में हरीश चंद्र प्रजापति को जिला अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई है।
हालांकि 11 जिले अभी ऐसे हैं जहां उपचुनाव के चलते जिला अध्यक्ष का चुनाव नहीं हुआ है। 70 में OBC से 25 ,अनुसूचित जाति के 6, 5 महिलाएं, सामान्य वर्ग से 39 जिला अध्यक्ष चुने गए हैं। जबकि 26 नेताओं को बतौर जिला अध्यक्ष रिपीट किया गया है। बता दें कि पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी, राज्य चुनाव प्रभारी महेंद्रनाथ पांडेय के संसदीय क्षेत्र चंदौली और डिप्टी सीएम केशव मौर्य के गृह जिले कौशांबी में जिलाध्यक्ष की नियुक्ति अभी नहीं की गई है।