जम्मू कश्मीर विधानसभा में सात नवंबर को जो हंगामा हुआ, वह राजनीतिक दृष्टि से बहुत ही संवेदनशील था। अवामी इत्तेहाद पार्टी के विधायक खुर्शीद अहमद शेख द्वारा अनुच्छेद 370 पर बैनर दिखाए जाने के बाद भाजपा विधायकों ने विरोध किया, और इस मुद्दे पर नारेबाजी शुरू हो गई। यह घटना उस समय हुई जब विपक्षी नेता सुनील शर्मा ने इस प्रदर्शन पर आपत्ति जताई और बैनर को असंवैधानिक बताया।
अनुच्छेद 370 जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाला एक संवैधानिक प्रावधान था, जिसे 5 अगस्त 2019 को केंद्र सरकार द्वारा निरस्त कर दिया गया था। इस कदम के बाद से यह मुद्दा राजनीतिक बहस का केन्द्र बना हुआ है। बैनर का प्रदर्शन और उस पर हंगामा, जम्मू कश्मीर में राजनीतिक तनाव को और बढ़ा देता है। भाजपा और विपक्षी दलों के बीच इस मुद्दे को लेकर बहसें लगातार जारी हैं।
इस घटनाक्रम ने विधानसभा के भीतर स्थिति को गर्म कर दिया और विरोधियों के बीच एक नया विवाद खड़ा कर दिया।