उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने झारखंड के कोडरमा में भाजपा की रैली में जो बयान दिया, उसमें उन्होंने राज्य की वर्तमान सरकार पर भ्रष्टाचार और लूट का आरोप लगाया। उन्होंने विशेष रूप से झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) और कांग्रेस गठबंधन सरकार पर हमला करते हुए पूर्व मंत्री आलमगीर आलम को औरंगजेब से जोड़कर तंज कसा। उनके बयान में यह संकेत था कि आलम के भ्रष्टाचार और टेंडर घोटाले से राज्य की जनता का नुकसान हुआ, और उन्हें औरंगजेब की तरह ही राज्य की धरोहर को लूटने का जिम्मेदार ठहराया गया।
योगी आदित्यनाथ ने यह भी कहा कि भाजपा ही देश की सुरक्षा, स्वाभिमान, रोजगार, महिला सशक्तिकरण और विकास की गारंटी देती है। उनका यह दावा था कि भाजपा की सरकार ही विकास और विरासत के बीच समन्वय स्थापित कर सकती है, और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश नई ऊंचाइयों पर पहुंच रहा है। इस संदर्भ में उन्होंने अयोध्या में दीपोत्सव के आयोजन का उल्लेख किया, जो 500 साल बाद हुआ था और इसे भाजपा के नेतृत्व की सफलता के रूप में पेश किया गया।
यह बयान राजनीतिक रूप से बेहद आक्रामक था, जिसमें विपक्षी दलों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए और भाजपा के शासन को विकास और राष्ट्रवाद के प्रतीक के रूप में प्रस्तुत किया गया। योगी आदित्यनाथ का यह भाषण आगामी चुनावों में पार्टी की स्थिति को मजबूत करने और झारखंड की जनता को अपनी नीतियों के पक्ष में करने का प्रयास था।