कीव। यूक्रेन अपने पश्चिमी सहयोगियों से मिलने वाले एफ-16 लड़ाकू विमानों में से कुछ को विदेशी एयर बेस पर रख सकता है ताकि रूसी हमलों से उन्हें बचाया जा सके। यूक्रेनी सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी। बेल्जियम, डेनमार्क, नीदरलैंड और नार्वे ने यूक्रेन को 60 से अधिक अमेरिका निर्मित एफ-16 लड़ाकू विमान मुहैया कराने का वादा किया है ताकि उसे रूसी हमलों का मुकाबला करने में मदद की जा सके। इस साल के अंत में इन विमानों की आपूर्ति शुरू होने की उम्मीद है, ऐसे में यूक्रेनी पायलट इन्हें उड़ाने का प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं।
यूक्रेन की वायुसेना में विमानन प्रमुख सेरही होलुबसोव ने कहा कि एक निश्चित संख्या में विमान को यू्क्रेन के बाहर स्थित एयर बेस पर तैनात रखा जाएगा ताकि यहां उन्हें निशाना बनने से बचाया जा सके। होलुबसोव ने अमेरिकी सरकार से वित्त पोषित रेडियो फ्री यूरोप/रेडियो लिबर्टी से कहा कि उन एफ-16 विमानों का इस्तेमाल विदेशों में यूक्रेनी पायलट को प्रशिक्षण देने और क्षतिग्रस्त विमानों को बदलने में किया जा सकता है क्योंकि उनकी मरम्मत की जा रही है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने चेतावनी दी है यदि नाटो सदस्य देश यूक्रेन में इस्तेमाल किये गए लड़ाकू विमान अपने यहां रखते हैं तो मास्को वहां हमले करने पर विचार कर सकता है।
यूक्रेन के पश्चिमी सहयोगी, कीव को सैन्य सहायता बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं क्योंकि रूसी सैनिकों ने अमेरिकी सैन्य सहायता में लंबे समय से हो रही देरी का फायदा उठाते हुए 1,000 किलोमीटर (620 मील) से अधिक की सीमा रेखा पर हमले शुरू कर दिए हैं। यूक्रेन वर्तमान में अपने दूसरे सबसे बड़े शहर खार्किव के पास रूसी हमले को रोकने के लिए संघर्ष कर रहा है, जो सीमा से 30 किलोमीटर (20 मील से भी कम) से कम दूरी पर हैं।