गंगा एक्सप्रेस-वे पर एयरफोर्स की नाइट लैंडिंग का ट्रायल होगा

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के निर्माणाधीन गंगा एक्सप्रेस-वे पर शुक्रवार को भारतीय वायुसेना का शौर्य दिखेगा। शाहजहांपुर के पास बनी 3.50 किमी लंबी एयर स्ट्रिप पर एयरफोर्स अपने अडवांस्ड फाइटर प्लेन की डे-नाइट लैंडिंग का ट्रायल करेगी। इमरजेंसी के समय इस एक्सप्रेसवे को वैकल्पिक रनवे के रूप में इस्तेमाल करना उद्देश्य है। सुरक्षा के दृष्टिकोण से इसके दोनों किनारों पर करीब 250 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं।

शाम को भी 7 बजे से रात 10 बजे तक यही एक्सरसाइज की जाएगी। सभी फाइटर जेट्स बरेली एयरफोर्स स्टेशन से उड़ान भरेंगे। गंगा एक्सप्रेसवे यूपी का चौथा एक्सप्रेसवे है, जहां एयर स्ट्रिप की सुविधा मिलने जा रही है। आगरा, पूर्वांचल व बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे पर भी एयरस्ट्रिप बनाई गई हैं। गंगा एक्सप्रेसवे पहला एक्सप्रेसवे होगा जहां नाइट लैंडिंग की भी सुविधा होगी।

राफेल: आधुनिक इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर सिस्टम और लंबी दूरी की मीटिऑर मिसाइल से लैस है। यह सभी मौसम में ऑपरेशन की क्षमता रखता है। SU-30 MKI : भारत-रूस द्वारा संयुक्त रूप से विकसित यह ट्विन-सीटर फाइटर जेट लंबी दूरी तक स्ट्राइक करने में सक्षम है और ब्रह्मोस जैसी मिसाइल लेकर उड़ान भर सकता है। मिराज-2000: फ्रेंच मूल का यह विमान हाई-स्पीड डीप स्ट्राइक में दक्ष है और न्यूक्लियर केपेबल है। मिग-29: यह तेज गति, ऊंची उड़ान और राडार चकमा देने की क्षमता वाला लड़ाकू विमान है। जगुआर: यह ग्राउंड अटैक और ऐंटी-शिप मिशन में प्रयोग होने वाला सटीक स्ट्राइक जेट है। C-130J सुपर हरक्यूलिस: यह भारी ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट विशेष बलों की तैनाती, आपदा राहत और रेस्क्यू मिशन में प्रमुख भूमिका निभाता है। AN-32: ऊंचाई वाले क्षेत्रों में सामान और जवानों की ढुलाई के लिए उपयुक्त ट्रांसपोर्ट प्लेन। MI-17 V5 हेलिकॉप्टर: सर्च ऐंड रेस्क्यू, मेडिकल इवैक्युएशन और मानव सहायता कार्यों के लिए जरूरी बहुउद्देशीय हेलिकॉप्टर।

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