
नई दिल्ली। अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ग्रहण करने के बाद ही डोनाल्ड ट्रंप ने टैरिफ लगाने का ऐलान कर दिया था और बीते 2 अप्रैल को तमाम देशों पर रेसिप्रोकल टैरिफ यानी पारस्परिक टैरिफ लगा भी दिया। चीन, ताइवान, पाकिस्तान से लेकर भारत, बांग्लादेश, श्रीलंका समेत अन्य पर भारी भरकम टैरिफ का ऐलान किया गया और इसके बाद से दुनियाभर के शेयर बाजारों के साथ ही खुद अमेरिकी मार्केट में भी तगड़ी गिरावट आई है। भारत की अगर बात करें, तो दूसरी बार ट्रंप का आना शेयर मार्केट इन्वेस्टर्स के लिए नुकसान भरा रहा है। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि ट्रंप के शपथ ग्रहण से अब तक निवेशकों के 45 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा स्वाहा हो गए हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ वॉर (Tariff War) ने वैश्विक स्तर पर शेयर बाजार निवेशकों को बुरी तरह प्रभावित किया है। भारतीय मार्केट पर भी इसका बड़ा असर देखने को मिल रहा है। ट्रंप ने भारत पर 26 फीसदी का रेसिप्रोकल टैरिफ लगाया है और इसके बाद से लगातार शेयर बाजार भरभराकर टूट रहा है। सिर्फ सोमवार को ही BSE Sensex 3900 अंक तक फिसल गया, जबकि NSE Nifty भी 1000 अंक टूट गया। इस गिरावट के बीच शुरुआती कारोबार में ही शेयर बाजार निवेशकों के 20 लाख करोड़ रुपये डूब गए। BSE मार्केट कैपिटलाइजेशन 403 लाख करोड़ रुपये पर था, जो अब घटकर 383 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया है।
अब बात करते हैं कि जब से डोनाल्ड ट्रंप आए है, तब से भारतीय शेयर बाजार निवेशकों को कितना नुकसान उठाना पड़ा है। तो बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति Donald Trump ने बीते 20 जनवरी 2025 को शपथ ग्रहण की थी। उन्होंने चुनाव प्रचार के दौरान अपनी टैरिफ पॉलिसी का बार-बार जिक्र किया था और शपथ के बाद लगातार दूसरे देशों को इसे लेकर चेतावनी देते हुए नजर आए। इसका असर बाजारों में भी देखने को मिला। BSE Market Cap के आंकड़ों पर नजर डालें, तो 20 जनवरी को शपथ वाले दिन ये 4,31,59,726 करोड़ रुपये था, जो सोमवार 7 अप्रैल को शुरुआती कारोबार में ही घटकर 3,86,01,961 करोड़ रुपये रह गया है। इस हिसाब से देखें तो ट्रंप की ताजपोशी से अब तक निवेशकों को 45.57 लाख करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ा है।
ट्रंप टैरिफ लगाए जाने के बाद से ही जापान से भारत तक शेयर बाजारों में अनिश्चितता अपने चरम पर पहुंच चुकी है और इसका अंदाजा इससे भी लगाया जा सकता है कि इस डर का पैमाना यानी India VIX (India Volatility Index) सोमवार को 52.27 फीसदी की बढ़त के साथ 20.95 के स्तर पर पहुंच गया है। गौरतलब है कि यह पैमाना आने वाले 30 दिनों में शेयर बाजार में होने होने वाली अस्थिरता को प्रदर्शित करता है।
एक रिपोर्ट में जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के चीफ इन्वेस्टमेंट स्ट्रेटजिक वीके विजयकुमार के हवाले से कहा गया है कि वैश्विक स्तर पर बाजार अत्यधिक अनिश्चितता से गुजर रहे हैं। किसी को भी इस बात का अंदाजा नहीं है कि ट्रंप टैरिफ के कारण होने वाली यह अशांति आगे कैसी रहेगी। उन्होंने शेयर मार्केट इन्वेस्टर्स (Stock Market Investors) को सलाह देते हुए कहा है कि इस अशांत स्थिति में प्रतीक्षा करना बेहतर है और यही इस समय सबसे अच्छी स्ट्रेटजी भी होगी। उन्होंने ये भी कहा कि ट्रंप के टैरिफ लंबे समय तक जारी नहीं रहेंगे और भारत अपेक्षाकृत बेहतर स्थिति में है क्योंकि जीडीपी के प्रतिशत के रूप में अमेरिका को भारत का निर्यात सिर्फ 2 फीसदी के आस-पास है।