एयरो इंडिया का उद्देश्य स्वदेशीकरण को बढ़ाना

नयी दिल्ली। एयरो इंडिया 2025 भारतीय एयरोस्पेस और रक्षा उद्योग के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होने वाला है। यह प्रदर्शनी भारत की आत्मनिर्भरता, वैश्विक साझेदारी, और एयरोस्पेस तकनीक में नेतृत्व के लिए एक सशक्त मंच प्रदान करेगी।एयरो इंडिया 2025 का उद्देश्य भारत को वैश्विक एयरोस्पेस और रक्षा क्षेत्र में एक प्रमुख साझेदार के रूप में स्थापित करना है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य वैश्विक साझेदारी को मजबूत करना, स्वदेशीकरण को बढ़ावा देना और वैश्विक एयरोस्पेस मूल्य श्रृंखला के भीतर नए अवसरों की खोज करना है।

यह प्रदर्शनी भारत के स्वदेशी रक्षा उत्पादों और तकनीकों को प्रदर्शित करेगी, जिससे भारतीय उद्योग को अपनी उत्पादन क्षमता और तकनीकी क्षेत्र में आत्मनिर्भरता को बढ़ावा मिलेगा। प्रदर्शनी के दौरान, वायु सेना द्वारा एयर शो और लाइव डेमो का आयोजन किया जाएगा, जिसमें अत्याधुनिक वायु सैन्य तकनीकों और सैन्य विमानन कौशल का प्रदर्शन किया जाएगा। ये प्रदर्शन न केवल रक्षा क्षेत्र के विशेषज्ञों के लिए, बल्कि आम जनता के लिए भी रोमांचक होंगे।

मेक-इन-इंडिया पहल के प्रति भारत की प्रतिबद्धता को प्रमुखता से प्रदर्शित किया जाएगा, जिसमें देश की स्वदेशी रक्षा विनिर्माण क्षमताओं और उन्नत प्रौद्योगिकियों का प्रदर्शन किया जाएगा। इस पैवेलियन में भारतीय स्टार्ट-अप्स द्वारा किए गए नवाचारों को भी प्रदर्शित किया जाएगा, जिसमें iDEX पैवेलियन उद्यमियों द्वारा विकसित अत्याधुनिक उत्पादों को समर्पित होगा।

प्रदर्शकों को औपचारिक रूप से लाउंज सूट, राष्ट्रीय पोशाक, सेवा वर्दी या अन्य उपयुक्त पोशाक पहनना आवश्यक है। आयोजकों के पास यह आकलन करने का अधिकार है कि किसी प्रदर्शक का पहनावा उपयुक्त है या नहीं और प्रदर्शनी के मानकों के अनुरूप है या नहीं। एयरो इंडिया 2025 प्रदर्शक मैनुअल में भी किसी भी रूप में नग्नता पर सख्त प्रतिबंध लगाया गया है।

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