अमेजन के खिलाफ अमेरिका में कार्रवाई तो भारत में क्यों नहीं : कैट

नई दिल्ली। खुदरा कारोबारियों के प्रमुख संगठन कैट ने अमेरिकी कांग्रेस की ज्यूडिशियरी कमेटी द्वारा अटॉर्नी जनरल से अमेरिकी न्याय विभाग (डीओजे) को अमेजन के आपराधिक कृत्य एवं उसके वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा आपराधिक आचरण किये जाने की जांच करने के लिए कहे जाने का हवाला देते हुये आज कहा कि भारत में इस कंपनी के विरूद्ध इसी तरह की कार्रवाई की जानी चाहिए।

कैट ने कहा है कि अमेज़न के गृह देश अमरीका में इस तरह का वाक्या अमेजन की कार्यप्रणाली पर एक बड़ा प्रश्नचिन्ह लगाता है। अमेरिकी सांसदों का 24-पृष्ठ का पत्र इस बात की विस्तृत रूप से पुष्टि करता है कि कैसे अमेज़न ने समिति की 16 महीने की जांच को प्रभावित एवं बाधित करने के लिए भ्रामक आचरण के पैटर्न और अभ्यास की रचना का षड्यंत्र रचा।

कैट के प्रमुख पदाधिकारियों ने आज यहां जारी बयान में कहा कि अमेरिकी एंटीट्रस्ट उपसमिति के अध्यक्ष डेविड एन सिसिलियन द्वारा पोस्ट किए गए उस सारांश पर भी गौर किया जाना चाहिए जिसमें कहा गया है कि समिति के समक्ष गवाही में अमेज़न के एक वरिष्ठ अधिकारी ने गलत तरीके से प्रतिनिधित्व किया और कहा कि अमेज़न अपने तीसरे पक्ष के विक्रेताओं से उनके साथ प्रतिस्पर्धा करने के लिए एकत्र किए गए डेटा का उपयोग नहीं करता है और ग्राहक खोज परिणामों में अपने उत्पादों को तीसरे पक्ष के उत्पादों से पहले सूचीबद्ध नहीं करता है जबकि समिति की विश्वसनीय जांच ठीक इसके विपरीत है।

संगठन के दो वरिष्ठ पदाधिकारियों ने कहा कि अब जब समिति का 24 पृष्ठ का पत्र सार्वजनिक डोमेन में है तो यह भारत की नियामक एजेंसियों से उम्मीद है कि वे जाग जाएं और इस बात पर तत्काल संज्ञान लें कि अमेज़न कैसे भ्रामक आचरण के पैटर्न और अभ्यास में शामिल हुआ और किस तरह से उसने समिति को गुमराह करने की चेष्टा की है।

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