अभिषेक ने अभिनय में कई उतार-चढ़ाव देखे

अभिषेक बच्चन ने अपनी अभिनय यात्रा में कई उतार-चढ़ाव देखे हैं, लेकिन उन्होंने धीरे-धीरे अपनी पहचान बनाई और बॉलीवुड में एक मजबूत जगह स्थापित की।अमिताभ बच्चन के बेटे होने के नाते उन्हें शुरुआत में काफी दबाव का सामना करना पड़ा, क्योंकि उनकी तुलना लगातार उनके पिता से की जाती थी। शुरुआत में उनकी कई फिल्में बॉक्स ऑफिस पर उतनी सफल नहीं रही, लेकिन समय के साथ उन्होंने अपनी मेहनत और कड़ी लगन से दर्शकों का विश्वास जीत लिया।

महाराष्ट्र के बम्बई में अभिषेक बच्चन का जन्म 5 फ़रवरी, 1976 को हुआ था। उनके पिता सदी के महानायक अमिताभ बच्चन और माता प्रसिद्ध अभिनेत्री जया बच्चन हैं। उनकी एक बहन है श्वेता, जो उद्योगपति निखिल नंदा से विवाहित है। तो वहीं, उनके दादा हरिवंश राय बच्चन भी हिंदी साहित्य के जाने माने कवि रहे हैं।

अभिषेक ने अपनी स्कूली शिक्षा ‘जमनाबाई नर्सरी स्कूल’, ‘बॉम्बे स्कॉटिश स्कूल’ और दिल्ली के ‘मॉडर्न स्कूल’ से की। स्कूल ख़त्म करने के बाद उन्होंने ‘ऐग्लों कॉलेज’ में दाखिला लिया। अभिनेता बनने के लिए उन्होंने अपनी पढाई बीच में ही छोड़ दी।

14 जनवरी 2007 को उन्होंने 1994 की ‘मिस वर्ल्ड’ ऐश्वर्या राय के साथ अपनी सगाई की घोषणा की और 20 अप्रैल 2007 को दोनों विवाह बंधन में बंध गए। वह एक पुत्री आराध्या के पिता भी हैं। जिसका जन्म मुंबई के सेवन हिल्स अस्पताल में हुआ।

उनकी फ़िल्म “सरकार” में उनका अभिनय बहुत सराहा गया, जहाँ उन्होंने एक मजबूत और शक्तिशाली भूमिका निभाई। फिर “युवा” जैसी फिल्म ने उनकी अभिनय क्षमता को और भी उजागर किया। इसके बाद “बंटी और बबली” में उनकी कॉमिक टाइमिंग और जोड़ी ने बहुत तारीफें बटोरीं।

अभिषेक बच्चन की एक और महत्वपूर्ण बात यह है कि उन्होंने अपनी अभिनय यात्रा में विविधता दिखाई। “गुरु”, “दस” और “सात हिंदुस्तानी” जैसी फिल्में उनके अभिनय के अलग-अलग रंगों को दर्शाती हैं। और उनके करियर का एक और महत्वपूर्ण मोड़ था “धूम” सीरीज, जिसने उन्हें एक अलग पहचान दी, खासकर उनके स्टारडम को और मजबूती से स्थापित किया।

बॉलीवुड में अपना एक अलग स्थान बनाने के बाद, अभिषेक ने यह साबित कर दिया कि वह सिर्फ अमिताभ बच्चन के बेटे नहीं बल्कि एक सफल अभिनेता हैं। उनकी कड़ी मेहनत और उत्कृष्टता ने उन्हें इस मुकाम तक पहुँचाया। बच्चन खानदान के वारिस अभिषेक ने अपने करियर की शुरुआत फिल्म रिफ्यूजी से की थी जो मध्यम रूप से सफल फिल्म थी, जिसमें करीना कपूर भी थीं।

जिसके बाद लगभग चार वर्षों तक उन्होंने कुछ फिल्मों में अभिनय किया जो ज्यादा सफल नहीं रहीं। 2004 में, उन्होंने फिल्म धूम में अभिनय किया जो उनके करियर की पहली हिट फिल्म थी। इसके तुरंत बाद 2005 में उन्होंने बंटी और बबली, सरकार, दस और ब्लफमास्टर जैसी लगातार चार हिट फिल्में दीं।

उसी साल बाद में वे फिर धूम 2 में दिखे जो काफी सफल रही। 2007 में उन्होंने गुरु फिल्म में काम किया जो फिर से एक बड़ी सफलता थी और उनकी पहली सोलो हिट थी। उसी साल जून 2007 में उनकी अगली फिल्म झूम बराबर झूम रिलीज हुई जो भारत में असफल रही, लेकिन विदेशी बाजार में सफल रही। 2008 में अभिषेक निर्माता बन गए। उनकी पहली निर्मित फिल्म पा थी। वे फिल्म के मुख्य अभिनेता और निर्माता थे।

उन्होंने उसके बाद 2010 में अपनी पत्नी ऐश्वर्या राय बच्चन के साथ रावण फिल्म में अभिनय किया जो भारत में बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप रही। उनकी अगली फिल्म बोल बच्चन थी जो 2012 में रिलीज हुई थी। रोहित शेट्टी द्वारा निर्देशित यह फिल्म बॉक्स-ऑफिस पर हिट रही और पहले सप्ताह में 66.81 करोड़ रुपये जमा किए। 2013 में उन्होंने विजय कृष्ण आचार्य की धूम-3 में अभिनय किया। फिल्म में उनके शानदार अभिनय के लिए उन्होंने दर्शकों और आलोचकों दोनों का ध्यान आकर्षित किया।

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