
लखनऊ। भोपाल में तैयार एक ओवरब्रिज अपनी L शेप डिजाइन के चलते सुर्खियों में छाया हुआ है। 90 डिग्री कोण पर बना यह ओवरब्रिज वाहन चालकों के लिए काल साबित हो सकता है। इसी तरह, लखनऊ में एक ओवरब्रिज ऐसी जगह पर बना दिया गया है जहां सामने मकान है और उसकी वजह से काम तीन महीने से रुका पड़ा है। इसको लेकर प्रशासन की किरकिरी हो रही है। लोग कह रहे कि बगैर किसी योजना के अफसरों ने ओवरब्रिज का काम कैसे शुरू करा दिया। इस मुद्दे पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी मजे लिए हैं।
अखिलेश यादव ने लिखा है- ‘जिन्होंने योजना आयोग को खत्म कर दिया उनके राज में बिना योजना के यही हाल होगा। शुक्र तो ये मनाइए कि बिल्डिंग को चीरते हुए पुल नहीं बना। भाजपाई भ्रष्टाचार को देखकर, कहीं ईमानदारी इसी पुल से कूदकर…। और कुछ नहीं कहना है।’
यह ओवरब्रिज पारा इलाके में बन रहा है। बॉटल नेक जैसी जगह पर मकान का कोना फंसने से करीब तीन माह से निर्माण कार्य रुका है। अफसर अभी तक मकान मालिक को मुआवजे के लिए राजी नहीं कर पाए हैं। फिलहाल जिला प्रशासन वार्ता के जरिए इसका हल तलाशने में जुटा है। पारा इलाके में कृष्णानगर क्रॉसिंग के पास का हिस्सा बेहद संकरा है। यहां ओवरब्रिज को मोड़ देना जरूरी है।
सेतु निगम की टीम ने इस हिस्से तक ओवरब्रिज का निर्माण पूरा कर लिया है, लेकिन इसके आगे दो मंजिला मकान के कारण काम थम गया है। सूत्रों के मुताबिक, इसका हल निकालने के लिए सेतु निगम और जिला प्रशासन की टीमों ने कवायद शुरू की तो सामने आया कि मकान का कुछ हिस्सा रेलवे की जमीन पर है। इसके बाद जिला प्रशासन के अफसर ने मकान मालिक से बात की, लेकिन उनका दावा है कि मकान उनकी जमीन पर है।