यूपी विधानसभा : सीएम योगी पूरी तरह से रहे सपा पर हमलावर

लखनऊ। यूपी विधानसभा के मॉनसून सत्र में सीएम योगी आदित्‍यनाथ विपक्षी सपा पर पूरी तरह से हमलावर रहे। उन्‍होंने पंडित श्‍याम नारायण की पंक्तियां पढ़कर सामने बैठे नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय से कहा आप लोग 2027 में सरकार बनाने का सपना मत देखिए। समाजवादी पार्टी का ये सपना नहीं पूरा होगा। पीडीए बनाकर सपा जनता की आंखों में धूल झोंक रही है। आप लोगों को गोमाता का श्राप ही ले डूबेगा।

गुरुवार को ‘विकसित भारत, विकसित यूपी विजन डॉक्‍यूमेंट 2047’ पर चर्चा के दौरान सीएम योगी ने विपक्ष के तमाम आरोपों पर जोरदार पलटवार किया। योगी ने कहा- ‘ये भाजपा की डबल इंजन की सरकार है। यूपी में सात हजार से ज्‍यादा गोशालाओं में गोवंश रखे गए हैं और उनकी देखभाल हो रही है। मुख्‍यमंत्री सहगाभिता योजना के माध्‍यम से गोपालकों को हर महीने 1500 रुपये उपलब्‍ध करा रही है। आपने गाय का दूध पिया लेकिन गाय के दूध के प्रति कृतज्ञता कभी नहीं ज्ञापित की। आपको तो गोमाता का ही श्राप ले डूबेगा। इसलिए आप लोग 2027 में आने का सपना मत देखिए।

सीएम ने कहा कि हमारी सरकार अपने आत्‍ध्‍यात्मिक विरासतों का सम्‍मान करती है और आधुनिक विकास पर भी ध्‍यान देती है। योगी ने इस मौके पर पंडित श्‍याम नारायण पांडेय की एक कविता पढ़ी-

यूपी की विरासत हर व्‍यक्ति नहीं पा सकता है।
इस पर हर व्‍यक्ति नहीं बैठ सकता है।
ये महाकाल का आसन है। इस पर न किसी का शासन है।
नित सिसक रहा कमलासन है। यह सिंहासन सिंहासन है।
यह सम्‍मानित अधिराजों से अर्चित है राजसमाजों से।
इसके पदरज पोछे जाते धूपों के सिर के ताजों से।
इसकी रक्षा के लिए भी कुर्बानी पर कुर्बानी है।
राणा इसकी रक्षा करें सिंहासन स्‍वाभिमानी है।

योगी आदित्‍यनाथ ने कहा- ‘ये विरासत वही विरासत है जो काशी में देखने को मिल रही है। जो अयोध्‍या में देखने को मिल रही है। आपको पीड़ा है मैं जानता हूं। जो मां विंध्‍यवासिनी धाम और चित्रकूट में देखने को मिल रही है। आप लोगों को इससे भी पीड़ा है। ये लोग 2016 में ही बोल चुके हैं कि दुर्योधन का स्‍मारक बनाएंगे।’

इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर को लेकर विपक्ष के आरोपों पर भी योगी ने सरकार का पक्ष रखा। उन्‍होंने कहा कि आज यूपी में 16 एयरपोर्ट का संचालन हो रहा है। प्रदेश के अंदर हम लोग 22 एक्‍सप्रेसवे पर काम कर रहे हैं। देश का सबसे बड़ा एक्‍सप्रेसवे गंगा एक्‍सप्रेसवे हम बना रहे हैं। मेरठ से प्रयागराज के बीच।

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