
लखनऊ। अपनी जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य पर हुए हमले के बाद यूपी की राजनीति गरमा गई है। हमले के बाद पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने बीजेपी पर बड़ा आरोप लगाते हुए जोरदार हमला बोल दिया है। उन्होंने कहा कि बीजेपी संरक्षित गुंडे-माफिया और अपराधी, जो बीजेपी के कार्यकर्ता हैं या फिर बीजेपी के किसी न किसी प्रकोष्ट के पदाधिकरी हैं, ऐसे लोग ही हमला कर रहे हैं। आम जनता हमारे साथ है, उसे कोई नाराजगी नहीं है। वहीं, नगीना सांसद चंद्रशेखर आजाद ने डीजीपी राजीव कृष्ण से इस घटना के दोषी हमलावरों पर सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। स्वामी प्रसाद मौर्य ने ये भी आरोप लगाया कि योगी सरकार चाहती है कि स्वामी प्रसाद मौर्य पर हमला हो और काम तमाम हो जाए।
स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि हमने सनातन का विरोध कभी नहीं किया है। वैसे भी सनातन शब्द भगवान बुद्ध का दिया हुआ है, तो उसका विरोध करने का सवाल ही नहीं उठता है। पूर्व मंत्री ने कहा कि अराजकतत्वों ने खुद को जस्टिफाई करने के लिए धर्म और सनातन का बहाना बनाया है। वो लोग जानलेवा हमला करने की फिराक में थे। ये इत्तेफाक रहा कि कार्यकर्ताओ की नजर उन पर पड़ गई और समय रहते उन्हें दबोच लिया। पुलिस भी मौके पर थी तो पुलिस ने तत्काल उन्हें अपनी कस्टडी में ले लिया है। वरना कोई भी घटना कर सकते थे।
पूर्व मंत्री ने कहा कि पूरा प्रदेश जंगलराज बन चुका है। वहां 7-8 लोग थे, लेकिन दो लोग पकड़ में आ गए, बाकी भाग गए। उन्होंने कहा कि ऐसे गुंडे, माफिया और अपराधी के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। योगी सरकार में ऐसे लोगों के खिलाफ कोई नहीं हो रही है, इसलिए वो मनबढ़ हो गए हैं। उन्हें कानून का कोई डर नहीं है। स्वामी प्रयास मौर्य ने कहा कि हमें सुरक्षा नहीं दी जा रही है। हमारी पहले जो सुरक्षा थी, उसे भी छीन लिया गया है। हमने सुरक्षा के संबंध में तीन बार योगी सरकार से सुरक्षा से मांग की है।
स्वामी प्रसाद मौर्य ने बताया कि सुरक्षा के संबंध में भारत सरकार से भी मांग कर चुका हूं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। उन्होंने बताया कि सुरक्षा से संबंधित उच्च न्यायालय में याचिका भी लंबित है। उन्होंने आरोप लगाया कि योगी सरकार खुद चाहती है कि स्वामी प्रसाद मौर्य पर जानलेवा हमला हो, क्योंकि हम समय-समय पर सरकार को घेरते रहते हैं, इसलिए हम सरकार की आंख की किरकिरी बन गए हैं। इस किरकिरी को हटाने के लिए सरकार चाहती है कि हम पर हमला हो और काम तमाम हो जाए। साथ ही कहा कि कुत्तों के भौंकने से हाथी अपनी चाल नहीं बदलता है।
वहीं, नगीना से सांसद चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि उत्तर प्रदेश के रायबरेली में पूर्व मंत्री, वैचारिक और मिशनरी साथी स्वामी प्रसाद मौर्य पर हमला निंदनीय और शर्मनाक है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में विचारों से असहमति का समाधान बहस और संवाद है, हिंसा नहीं। इस तरह का कृत्य न केवल व्यक्तिगत सुरक्षा पर हमला है, बल्कि लोकतांत्रिक मूल्यों और राजनीतिक मर्यादा पर भी चोट है। चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि आजाद समाज पार्टी इस कायराना हरकत की कड़ी निंदा करती है। उन्होंने यूपी के पुलिस महानिदेशक (DGP) से मांग की है कि इस घटना के दोषी हमलावरों पर सख्त कार्रवाई की जाए।