
उत्तरकाशी। उत्तराखंड में आसमानी आफत कहर बनकर टूट रही है। धराली में मलबे से दो और शव मिलने के बाद मरने वालों की संख्या छह हो गई है। ग्रामीणों का कहना है कि कई लोग अब भी लापता हैं। हालांकि सचिव आपदा प्रबंधन विनोद कुमार सुमन ने लापता लोगों का पहला आंकड़ा जारी करते हुए लगभग 15 लोगों के लापता होने की बात कही है। रेस्क्यू ऑपरेशन में कई चुनौतियां सामने आ रही हैं।
बचाव दलों ने धराली गांव में दो और लाशें बरामद कीं। अब तक 190 लोगों को बाहर निकाल लिया गया। हालांकि अंधेरा होने के साथ ही मलबे में फंसे लोगों को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं। उत्तराखंड के आपदा प्रबंधन सचिव विनोद कुमार सुमन ने बताया कि दो शव बरामद किये गये। उन्होंने लापता लोगों का आधिकारिक आंकड़ा जारी करते हुए कहा कि अभी भी 15 लोग लापता हैं।
उत्तरकाशी के बाद लैंडस्लाइड और तेज बहाव के कारण जगह-जगह टूटी सड़क ने धराली तक राहत दलों को नहीं पहुंचने दिया। उत्तरकाशी से करीब 15 किमी आगे चलकर मनेरी में सिलकुरा के पास सड़क को नदी ने काट दिया है। यहां से आगे लोग पैदल या बीच में फंसे वाहनों की मदद से जा रहे हैं। 17 किमी का ये सफर पूरा कर दूसरी बाधा भटवाड़ी में चड़ेथी के पास मिलती है जहां सड़क पूरी तरह टूट चुकी है। इससे आगे फिर एक किमी पैदल चलना पड़ता है फिर सड़क गायब मिलती है।
इसके आगे फिर लोग करीब 12 किमी बीच में फंसे वाहनों या पैदल गंगनानी में नागदेवता मंदिर के पास पहुंचते हैं। लेकिन नागदेवता में पूरा पुल ही गायब हो गया है। यहां से धराली करीब 35 किमी दूर है और जब तक वेलीब्रिज नहीं बनता यहां से वाहन आगे नहीं जा सकते।