
गाजियाबाद। गाजियाबाद से गुजरने वाले ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे पर सफर करने वालों के लिए अच्छी खबर है। NHAI (नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया) एक्सप्रेसवे पर खराब हुए दिशा सूचकों को बदलेगा। साथ ही, सड़क के किनारे उगी झाड़ियों को भी काटा जाएगा। इससे वाहन चालकों को होने वाली परेशानी खत्म हो जाएगी। इस पूरे काम पर 36 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है।
असल में हाल ही में तेज हवाओं और बारिश के कारण साइन बोर्ड टूट गए थे, जिससे लोगों को रास्ता ढूंढने में दिक्कत हो रही थी। गाजियाबाद में पिछले दिनों तेज बारिश और आंधी आई थी। इससे दुहाई से डासना के बीच ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे पर कई जगह दिशा सूचक खराब हो गए, कुछ टूट गए तो कुछ उखड़ गए थे।
इतना ही नहीं कई जगहों से सोलर पैनल भी गायब हो गए। इस वजह से रात में वाहन चलाने वालों को परेशानी हो रही है। इसके अलावा, एक्सप्रेसवे पर कई जगह दरारें भी आ गई हैं। सड़क के किनारे झाड़ियां और पेड़ों की शाखाएं भी बढ़ गई हैं, जिससे दिक्कत हो रही है।
NHAI के अनुसार ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे के इन सभी कामों को पूरा करने में 36 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। एनएचएआई के इन अधिकारियों ने बताया कि एक्सप्रेसवे पर कई जगह टोल प्लाजा की छत को भी नुकसान पहुंचा है। कुछ जगहों पर रेलिंग भी टूट गई है। इन सभी की मरम्मत की जाएगी। अधिकारियों का कहना है कि ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे की देखभाल करने वाली कंपनी को इस बाबत नोटिस दिया गया था।
ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे, जिसे कुंडली-गाजियाबाद-पलवल (केजीपी) एक्सप्रेसवे के नाम से भी जाना जाता है, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के प्रमुख शहरों जैसे सोनीपत, बागपत, गाजियाबाद, नोएडा, ग्रेटर नोएडा और फरीदाबाद को जोड़ता है। इस एक्सप्रेसवे पर प्रतिदिन लाखों वाहन आवागमन करते हैं, जिनमें से कई वाहन दिल्ली में प्रवेश किए बिना इस बाईपास का उपयोग करते हैं।