
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) राजीव कृष्ण ने सोमवार को राज्य की कानून-व्यवस्था, बाढ़ राहत प्रयासों, आर्थिक अपराधों और हालिया ड्रोन गतिविधियों को लेकर विस्तार से जानकारी दी और पुलिस की सक्रियता पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि प्रदेश में अपराध नियंत्रण और आम जनता की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है। डीजीपी ने कहा कि आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने हाल ही में कई बड़े आर्थिक अपराधियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है। उन्होंने बताया कि आम जनता को वित्तीय धोखाधड़ी से जागरूक करने के उद्देश्य से ईओडब्ल्यू द्वारा नौ एनिमेशन वीडियो और एक बुकलेट जारी की गई है।
DGP ने कहा कि इसके जरिए आम लोगों को बताया जाएगा कि कैसे वे ऑनलाइन या ऑफलाइन आर्थिक अपराधों से खुद को सुरक्षित रख सकते हैं। इसके साथ ही, ईओडब्ल्यू के अधिकारियों को पेशेवर रूप से और अधिक सक्षम बनाने के लिए एक विशेष वर्कशॉप का आयोजन किया जा रहा है।
वहीं प्रदेश के कई जिलों में आई बाढ़ को लेकर डीजीपी राजीव कृष्ण ने कहा कि राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर चल रहे हैं। उन्होंने बताया कि 17 कंपनियों को बाढ़ राहत कार्यों में लगाया गया है जबकि 18 कंपनियां एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, लोकल पुलिस और पीएसी की संयुक्त टीमों के रूप में लगातार प्रभावित इलाकों में तैनात हैं।
गाजीपुर में उमर अंसारी की गिरफ्तारी पर पूछे गए सवाल के जवाब में डीजीपी ने कहा कि यह कार्रवाई पूरी तरह कानूनी प्रक्रिया और सबूतों के आधार पर की गई है। उन्होंने बताया कि गाजीपुर में इस संबंध में मुकदमा दर्ज किया गया था और जांच के बाद सबूत मिलने पर ही गिरफ्तारी की गई है। डीजीपी ने साफ किया कि सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के स्पष्ट निर्देशों के अनुसार ही पुलिस को कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही, कोर्ट में मामलों को मजबूती से रखने और ठोस सबूत प्रस्तुत करने के लिए भी कहा गया है।
हाल के दिनों में पश्चिमी उत्तर प्रदेश में रात के समय ड्रोन उड़ने की घटनाओं को लेकर डीजीपी ने कहा कि बीते 20 दिनों में कई जगह ड्रोन देखे गए हैं। इनमें कुछ घटनाएं सही थीं जबकि कुछ केवल अफवाहें थीं। उन्होंने बताया कि अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ अब तक 16 से 17 मुकदमे दर्ज किए जा चुके हैं। जहां भी खुराफात या अफवाह फैलाने की कोशिश की गई, वहां सख्त कानूनी कार्रवाई की गई है। उन्होंने आम लोगों से अपील की कि वे अफवाहों से बचें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तत्काल पुलिस को दें।
डीजीपी राजीव कृष्ण ने यह भी स्पष्ट किया कि यदि कहीं भी पब्लिक ऑर्डर को डिस्टर्ब करने की कोशिश की गई, तो ऐसे मामलों में एनएसए (राष्ट्रीय सुरक्षा कानून) और गैंगस्टर एक्ट जैसे सख्त कानूनों के तहत कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था के साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा और हर हाल में प्रदेश में शांति और सुरक्षा बनाए रखने की कोशिश की जाएगी।