
नई दिल्ली। टाटा समूह की प्रमुख निवेश होल्डिंग कंपनी टाटा संस का नेट प्रॉफिट पिछले पांच वर्षों में लगभग दस गुना बढ़ गया है। इस कंपनी का प्रॉफिट बढ़कर 2024-25 में 26,232 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। टाटा संस की ताजा वार्षिक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई। कंपनी ने वित्त वर्ष 2019-20 में 2,680 करोड़ रुपये का प्रॉफिट दर्ज किया था। कंपनी का राजस्व वित्त वर्ष 2019-20 में 24,896 करोड़ रुपये से डेढ़ गुना होकर वित्त वर्ष 2024-25 में 38,835 करोड़ रुपये हो गया। कंपनी की कुल संपत्ति भी तुलनात्मक अवधि में 45,586 करोड़ रुपये से लगभग साढ़े तीन गुना होकर 1,49,680 करोड़ रुपये पर पहुंच गई।
टाटा संस की 2024-25 की वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार टाटा समूह का कुल राजस्व वित्त वर्ष 2024-25 में 15,34,341 करोड़ रुपये रहा, जबकि वित्त वर्ष 2019-20 में यह 7,89,057 करोड़ रुपये था। शेयर बाजार में लिस्टेड कंपनी टाटा मोटर्स ने 2024-25 में 4,45,939 करोड़ रुपये के साथ समूह में सबसे अधिक राजस्व अर्जित किया। इसके बाद टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज और टाटा स्टील क्रमश: दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे।
गैर-सूचीबद्ध कंपनियों में एयर इंडिया ने 78,636 करोड़ रुपये का राजस्व हासिल किया, जबकि टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स का राजस्व 66,601 करोड़ रुपये रहा। वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार, टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन का पारिश्रमिक 2024-25 में कुल 155.81 करोड़ रुपये था, जो सालाना आधार पर 15 प्रतिशत अधिक है।
टाटा समूह का सेमीकंडक्टर विनिर्माण व्यवसाय अपनी स्थापना के केवल पांच वर्षों के भीतर एक महत्वपूर्ण राजस्व जनरेटर के रूप में उभरा है। कुछ घाटे के बावजूद छठे सबसे बड़े योगदानकर्ता के रूप में रैंकिंग में है। बता दें कि टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स ने 2020 में परिचालन शुरू किया था। इस कंपनी ने वित्त वर्ष 20 में 1705 रुपये के साथ 66,601 करोड़ रुपये के राजस्व का नुकसान दर्ज किया।