योगी सरकार विधायकों को देगी एआई का प्रशिक्षण

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार व्यवस्थाओं के साथ ही विधायकों को भी हाईटेक बनाने के प्रयास में जुट गई है। विधायकों को आधुनिक तकनीक से जोड़ने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) की पढ़ाई से जोड़ा जाएगा। इसके तहत मानसून सत्र के दौरान एक विशेष सत्र में विधायकों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) की जानकारी दी जाएगी ताकि उनके कामकाज को और प्रभावी बनाया जा सके। ये ट्रेनिंग 17 जुलाई 2025 से शुरू होने वाले विधानसभा मानसून सत्र के साथ ही शुरु होगी।

प्रशिक्षण में एआई के उपयोग से विधायकों को अपने क्षेत्र की समस्याओं का समाधान करने में मदद मिलेगी। नीति निर्माण और जनहित के कार्यों को बेहतर तरीके से करने में भी सहायता मिलेगी। यह पहल राज्य में शासन प्रणाली को डिजिटल और आधुनिक बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है। विशेष सत्र में विधायकों को एआई के बुनियादी पहलुओं के बारे में बताया जाएगा। इसके जरिए जनसमस्याओं का विश्लेषण, डेटा प्रबंधन और निर्णय लेने की प्रक्रिया को भी सुगम बनाया जा सकेगा।

एआई विशेषज्ञों की एक टीम ये प्रशिक्षण देगी। प्रशिक्षण में प्रैक्टिकल सेशन भी शामिल होंगे। मशीन लर्निंग और नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग के बारे में भी सिखाया जाएगा। कई विधायकों ने इसे एक सकारात्मक कदम बताया है। विधायकों का मानना है कि वे तकनीक के माध्यम से अपने निर्वाचन क्षेत्र की समस्याओं का समाधान करने में सक्षम होंगे। वहीं विशेषज्ञों का मानना है कि यह ट्रेनिंग राज्य में डिजिटल शासन को बढ़ावा देगी और पारदर्शिता लाएगी। वहीं योगी सरकार को इस कार्यक्रम से शासन के कार्यों में पारदर्शिता समेत जवाबदेही बढ़ेगी।

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