यूपी विधानसभा चुनाव : पोलिंग स्‍टेशन पर होंगे 1200 वोटर

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में 2027 विधानसभा चुनाव को लेकर तैयारियों का दौर अब तेज हो गया है। जहां राजनीतिक दल अपने स्तर पर रणनीति बनाने में जुटे हैं, वहीं चुनाव आयोग भी मतदाता सुविधा और पारदर्शी चुनाव प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए व्यापक तैयारियों में लगा है। इसी क्रम में यूपी के किसी भी पोलिंग स्टेशन पर 1200 से ज्यादा वोटर नहीं होंगे। साथ ही एक परिवार के सभी वोट एक ही पोलिंग बूथ पर होंगे। यूपी के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा में जिला निर्वाचन अधिकारियों को सख्त निर्देश दे दिए हैं।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने निर्देश दिए कि हर पोलिंग स्टेशन पर अधिकतम 1200 मतदाताओं की सीमा का पालन किया जाए। साथ ही यह भी निर्देश दिया कि एक ही परिवार के सभी सदस्यों के नाम एक ही पोलिंग बूथ में दर्ज हो। भारत निर्वाचन आयोग ने निर्देश दिया है कि किसी भी पोलिंग स्टेशन पर 1200 से ज्यादा वोटर नहीं होंगे। पिछले लोकसभा सभा में 1500 वोटर का था। पोलिंग स्टेशन पर वोटरों की संख्या घटने से अब प्रदेश में बड़ी संख्या में नए पोलिंग स्टेशन बनाए जाएंगे। लगभग साढ़े 19 हजार से ज्यादा नए पोलिंग स्टेशन बनाए जाएंगे।

नवदीप रिणवा ने 34 जिलों के जिला निर्वाचन अधिकारियों के साथ एक दिवसीय प्रशिक्षण सत्र किया। इस दौरान उन्‍होंने बताया कि यूपी में इस समय 1 लाख 62 हजार 462 पोलिंग स्टेशन है। उन्होंने निर्देश दिए कि पुलिस स्टेशन अच्छी जगह पर बने। किसी भी मतदाता को 2 किलोमीटर से ज्यादा चलना ना पड़े। इसके साथ ही वोटर लिस्ट ठीक से बने, और जो भी मतदाता है उनके नाम उस वोटर लिस्ट में जोड़े जाने के भी निर्देश दिए हैं। साथ ही यह भी निर्देश दिए है कि जिन वोटरों की डेथ हो गई है या फिर वो कही दूसरी जगह चले गए हैं उनकी नाम हटा दिए जाएं। फोटो और नाम सही हो।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने जानकारी दी कि मतदाता जोड़ने की अर्हता तिथि वर्ष में चार बार 1 जनवरी, 1 अप्रैल, 1 जुलाई और 1 अक्टूबर निर्धारित की गई है। नए मतदाता फॉर्म-6, नाम हटाने हेतु फॉर्म-7 और संशोधन के लिए फॉर्म-8 का उपयोग करेंगे। इन फार्मों के प्रचार-प्रसार के लिए जागरूकता अभियान चलाया जाएगा।

प्रशिक्षण सत्र में ईआरओ नेट, बीएलओ ऐप, वोटर हेल्पलाइन ऐप के उपयोग, एनजीएस पोर्टल पर शिकायतों के निस्तारण, फील्ड वेरिफिकेशन और मतदाता पहचान पत्रों के समय से वितरण पर जोर दिया गया। बीएलओ को दस्तावेजों के सत्यापन के साथ ऑनलाइन डाटा एंट्री में दक्षता प्रदान करने के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा।

जिला निर्वाचन अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि वे सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ समन्वय बनाए रखें। प्रत्येक पोलिंग बूथ पर बूथ लेवल एजेंट (BLA) नियुक्त कराने का अनुरोध करें। साथ ही मतदाता पंजीकरण पोर्टल और वोटर हेल्पलाइन ऐप के प्रचार-प्रसार पर विशेष बल दिया गया।

प्रशिक्षण सत्र में आगरा, मैनपुरी, फिरोजाबाद, कानपुर नगर, कानपुर देहात, फर्रुखाबाद, औरैया, कन्नौज, इटावा, लखनऊ, रायबरेली, उन्नाव, सीतापुर, हरदोई, बाराबंकी, झांसी, जालौन, ललितपुर, बांदा, हमीरपुर, महोबा, चित्रकूट, गोंडा, बहराइच, बलरामपुर, श्रावस्ती, फतेहपुर, बरेली, शाहजहांपुर, बदायूं, अलीगढ़, मुरादाबाद, गोरखपुर और पीलीभीत के अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण सत्र के अंत में एक मूल्यांकन परीक्षा भी आयोजित की गई।

Related Articles

Back to top button