
लखनऊ। लखनऊ के रहने वाले रिटायर्ड सीएमओ और रिटायर्ड अपर आबकारी आयुक्त समेत 11 लोगों ने केएपी ग्लोबल इंवेस्टमेंट कंपनी पर शेयर ट्रेडिंग के नाम पर 4.41 करोड़ रुपये का फ्रॉड करने का आरोप लगाया है। पीड़ितों के मुताबिक कंपनी के निदेशक ने निवेश करने पर 120 दिन में करीब 20% मुनाफे का दावा किया था। पीड़ितों की तहरीर पर विभूतिखंड पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर पड़ताल शुरू कर दी है।
विक्रांत खंड-1 निवासी प्रदेश सरकार के रिटायर्ड अधिकारी अनूप कुमार श्रीवास्तव ने पुलिस को बताया कि दिसंबर 2021 में परिचित उमेश ने केएपी ग्लोबल इंवेस्टमेंट कंपनी के निदेशक कुणाल मेहता से मुलाकात करवाई थी। आरोपी निदेशक ने रुपये निवेश करने पर 20% मुनाफा देने का झांसा दिया था। आरोपी के जाल में फंस कर पीड़ित और उनकी पत्नी ने 1,38,10,950 रुपये का निवेश किया था।
उनके कहने पर रिटायर्ड सीएमओ मित्र डॉ.अनूप कुमार, उनकी पत्नी अर्चना, बेटे अर्चित, भतीजे संदीप कुमार व रिश्तेदार राजीव ने 1,87,84,000 रुपये निवेश किए थे। साल 2024 में अनूप ने बेटी की शादी के समय रुपये वापस मांगे तो आरोपी ने आनाकानी की। अपने और रिश्तेदारों के 3,25,94,950 रुपये के निवेश के बाद पीड़ितों को धोखाधड़ी का अहसास हुआ। अब पीड़ित अनूप ने विभूतिखंड पुलिस स्टेशन में रिपोर्ट दर्ज करवाई है।
गोमतीनगर के एल्डिको ग्रीन निवासी अपर आबकारी आयुक्त राजेंद्र प्रकाश सक्सेना ने पुलिस को बताया कि कुछ महीनों पहले कार बेचने के दौरान केएपी ग्लोबल इंवेस्टमेंट कंपनी के निदेशक कुणाल मेहता से बात होती थी। बातचीत में आरोपी ने बताया कि उनकी केएपी ग्लोबल इंवेस्टमेंट सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड नाम से एल्डिको कॉरपोरेट टॉवर विभूतिखंड में शेयर ट्रेडिंग कंपनी है। कंपनी में निवेश पर 20% ब्याज दिया जाता है।
आरोपी ने पीड़ित को जाली पेपर दिखाकर अपने जाल में फंसा लिया। पीड़ित ने 2024 में 25 लाख रुपये और उनकी पत्नी ने 10 लाख रुपये निवेश किए। 20% तिमाही ब्याज के हिसाब से उन्हें 76 हजार रुपये आरोपी ने दिए थे। इसके बाद उनके बेटे विनायक ने भी 12.50 लाख का निवेश कर दिए थे। बेटे को भी आरोपी ने ब्याज दिया था। इसी दौरान आरोपी ने बताया कि हिमाद्री स्पेशियलिटी केमिकल्स लिमिटेड में निवेश पर 120 दिन में 18% ब्याज मिलेगा। पीड़ित राजेंद्र व उनके बेटे ने 30 लाख रुपये और निवेश कर दिए थे। तय समय बाद आरोपी से पीड़ित ने रुपये मांगे। आरोपी ने टालमटोल करना शुरू कर दिया। पीड़ित के मुताबिक उनसे 77.50 लाख रुपये का फ्रॉड आरोपित ने किया है।
डालीगंज के केसरीपुर निवासी सुरेंद्र कुमार अग्रवाल ने अक्टूबर 2024 में 10 लाख रुपये का निवेश किए थे। कंपनी निदेशक ने 120 दिन में 20% मुनाफे का झांसा देकर जाली एग्रीमेंट किया था। अब आरोपी निदेश गायब है। इसके अलावा जानकीपुरम विस्तार के सेक्टर-एफ स्थित रोहित ग्रैंड सोसाइटी निवासी मयंक शुक्ला ने बताया कि आरोपी निदेशक कुणाल मेहता ने शेयर में निवेश पर मुनाफे का झांसा दिया। उसके बाद एग्रीमेंट कर पीड़ित ने 15,91,700 रुपये का निवेश किया था।
अलीगंज के विष्णुपुरी निवासी हिमांशी मिश्रा ने बताया कि केएपी ग्लोबल में अप्रैल 2024 में एचआर मैनेजर व सहायक निदेशक के पद पर नौकरी शुरू की थी। चार माह बाद उन्हें प्रमोशन देकर असोसिएट निदेशक बना दिया गया। इसके बाद निदेशक कुणाल के कहने पर उन्होंने 12 लाख का निवेश किया था। दिसंबर में पीड़िता ने इस्तीफा दे दिया था। ईएमआई न आने पर पीड़िता ने संपर्क किया। आरोपी ने जल्द ही रुपये देने का आश्वासन दिया। इंस्पेक्टर विभूतिखंड सुनील कुमार सिंह ने बताया कि कुणाल मेहता, समीर अहमद, अभिषेक बाजपेयी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है।