सूर्य नमस्कार है बेहतर योगासन

नई दिल्ली। संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए सूर्य नमस्कार बेहतर योगासन है। सूर्य नमस्कार योग का एक महत्वपूर्ण अभ्यास है जो शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है और समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है। पहली बार योग करने जा रहे लोग इस बात पर विचारणीय रहते हैं कि किस योग का अभ्यास उनके लिए फायदेमंद होगा।

ऐसे में उन्हें सूर्य नमस्कार से शुरूआत करनी चाहिए। न केवल नया योगी, बल्कि नियमित योग करने वाले भी अगर सिर्फ सूर्य नमस्कार का अभ्यास करते हैं तो उन्हें कई स्वास्थ्य लाभ हो सकते हैं। शारीरिक, मानसिक और आत्मिक स्वास्थ्य को सुधारने में अत्यंत प्रभावी है। शारीरिक मजबूती और लचीलापन लाने, जैसे मांसपेशियों और जोड़ों की मजबूती के लिए, साथ ही रीढ़ की हड्डी को लचीला बनाने में फायदेमंद है।

इसके अलावा वजन कम करने, हृदय स्वास्थ्य, पाचन में सुधार, रक्त संचार, हड्डियों की मजबूती के लिए भी बेहतर योग है। न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक विकारों, जैसे तनाव और चिंता में कमी, मूड में सुधार, ध्यान और एकाग्रता बढ़ाने में भी सूर्य नमस्कार का अभ्यास कर सकते हैं।

सूर्य नमस्कार इतना प्रभावी व असरदार इसलिए है क्योंकि इसमें 12 अलग-अलग आसनों की श्रृंखला शामिल होती है। यह शरीर की सभी मांसपेशियों को सक्रिय करती है और मानसिक शांति प्रदान करती है। इन 12 आसनों का सही और नियमित अभ्यास करने से शारीरिक, मानसिक और आत्मिक स्वास्थ्य में सुधार होता है। सूर्य नमस्कार का अभ्यास सुबह के समय करना विशेष रूप से लाभकारी होता है, क्योंकि यह शरीर को दिनभर के लिए ऊर्जावान और ताजगी से भर देता है।

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