
बुलावायो। साउथ अफ्रीका ने जिम्बाब्वे के खिलाफ दो मैचों की टेस्ट सीरीज के आखिरी मुकाबले को तीसरे दिन ही समाप्त कर दिया। साउथ अफ्रीका ने मंगलवार 8 जुलाई को बुलावायो में जिम्बाब्वे की दूसरी पारी 220 रनों पर समेट दी। इसी के साथ दक्षिण अफ्रीका ने पिछले 20 साल में जिम्बाब्वे को पारी से सबसे बड़ी शिकस्त दी। साउथ अफ्रीका ने महज तीन दिन के अंदर पारी और 236 रनों से शानदार जीत दर्ज की। हाल ही में विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का खिताब जीतने वाली साउथ अफ्रीका की टीम ने सीरीज में 2-0 से मेजबानों का सूपड़ा साफ किया।
साउथ अफ्रीका ने कार्यवाहक कप्तान वियान मुल्डर के नाबाद 367 रन के दम पर पांच विकेट पर 626 रन बनाकर पारी घोषित की थी। जिम्बाब्वे की टीम सोमवार को अपनी पहली पारी में 43 ओवर में 170 रन पर आउट हो गयी थी, जिसके बाद उसे फॉलोऑन दिया गया। टीम मंगलवार को अपनी दूसरी पारी में 220 रन पर आउट हो गयी। जिम्बाब्वे की टीम ने इस मैच में कुल 390 रन बनाये जो मुल्डर के स्कोर से सिर्फ 23 रन अधिक था।
मुल्डर का चोटिल टेम्बा बावुमा और केशव महाराज की अनुपस्थिति में कप्तान के तौर पर यह पहला टेस्ट मैच था। उन्होंने बल्ले से योगदान देने के साथ तीन विकेट भी चटकाए और तीन कैच लपके। वह प्लेयर ऑफ द मैच के साथ-साथ प्लेयर ऑफ द सीरीज भी चुने गए। जिम्बाब्वे ने दिन की शुरुआत दूसरी पारी में एक विकेट पर 51 रन से की थी और सुबह के सत्र में टीम ने दो विकेट गंवाए, जिसमें अनुभवी सीन विलियम्स भी शामिल थे। विलियम्स ने मुल्डर की गेंद को रोकने की कोशिश की और 11 रन पर अपना ऑफ स्टंप गंवा बैठे।
लंच से पहले निक वेल्च (55) ने अपने पांचवें टेस्ट में अपना तीसरा अर्धशतक पूरा किया, लेकिन इसके तुरंत बाद सेनुराम मुथुसामी की गेंद पर मुल्डर के हाथों कैच आउट हो गये। वेल्च का विकेट गिरने के बाद टीम ने 28 ओवरों में 67 रन पर बाकी के सात विकेट गंवा दिए। कप्तान क्रेग एर्विन ने एक छोर से संभल कर खेलते हुए 95 गेंदों में 49 रन की जुझारू पारी खेली। साउथ अफ्रीका के लिए कॉर्बिन बॉश ने चार जबकि मुथुसामी ने तीन और कोडी यूसुफ दो विकेट लिए। जिम्बाब्वे ने बुलावायो में अपना पिछला मैच 2001 में जीता था। उसने इस दौरान 22 टेस्ट खेले और इनमें से 17 में हार का सामना करना पड़ा।