
पिथौरागढ़। लंबे इंतजार के बाद शुरू हो रही कैलास मानसरोवर यात्रा में यात्रियों को लिपूलेख सीमा तक सड़क से पहुंचने की सुविधा तो मिलेगी, लेकिन इस मार्ग पर बने भूस्खलन जोन बड़ी चुनौती भी खड़ी करेंगे। उन्हें धारचूला से गुंजी तक 82 किमी सड़क में छह से अधिक भूस्खलन जोन से गुजरना पड़ेगा।
मानसरोवर यात्री पहली बार धारचूला से लिपूलेख तक की दूरी वाहनों से तय कर शिवधाम पहुंचेंगे। धारचूला से गुंजी तक यह सड़क पिछले एक माह में 10 से अधिक बार भूस्खलन से बाधित हो चुकी है। आधार शिविर धारचूला से मांगती तक 28 किमी यात्रा वाहनों से करने के बाद पहले मानसरोवर यात्री छह से अधिक पड़ावों में रहकर पैदल चलकर लोग गुंजी पहुंचते थे। जबकि अब महज पांच से छह घंटे में यात्री इस दूरी को वाहनों से तय कर लेंगे। समुद्र सतह से 17 हजार 500 फीट से अधिक की ऊंचाई से होने वाली मानसरोवर यात्रा में चीन सीमा तक सड़क पहुंचने से यात्रियों को जहां राहत मिलेगी। लेकिन सड़क के डेंजर जोन यात्रियों को परेशान भी करेंगे।
धारचूला को मानसरोवर के प्रवेश द्वार लिपुलेख से जोड़ने वाली सड़क का शुभारंभ पांच साल पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने वीसी के माध्यम से किया था। धारचूला से लिपूलेख तक सड़क की जिम्मेदारी सीमा सड़क संगठन की होगी। पिथौरागढ़ के डीएम विनोद गोस्वामी ने यात्रा की तैयारी बैठक में बीआरओ को सड़क यात्रा अवधि में तत्परता से खोलने के निर्देश दिए हैं। दो समय यात्रा अवधि में सड़क की स्थिति प्रशासन के साथ साझा करने के भी निर्देश दिए हुए हैं। यात्रा अधिकारी, केएमवीएन धन सिंह बिष्ट ने बताया कि बीआरओ से तत्परता से सड़क खोलने को समन्वय बनाया है।
कोरोनाकाल में रोकी गई कैलास मानसरोवर यात्रा का आगाज हो गया है। केएमवीएन अधिकारियों के मुताबिक, दिल्ली में यात्रियों के दस्तावेज और मेडिकल जांच की प्रक्रिया सोमवार से शुरू हो गई है। पहले दल में 50 यात्री शामिल रहेंगे। यह दल तीन जुलाई को टनकपुर और पांच को पिथौरागढ़ पहुंचेगा। कैलास मानसरोवर यात्रा उत्तराखंड में पिथौरागढ़ जिले में स्थित लिपूलेख पास से होगी। इस यात्रा रूट का संचालन कुमाऊं मंडल विकास निगम (केएमवीएन) के पास है। इसमें टनकपुर से लिपुलेख तक आईटीबीपी सुरक्षा मुहैया कराएगी।
पिथौरागढ़ घाट सड़क पर दिल्ली बैंड क्षेत्र के पास भूस्खलन के कारण रात में लोगों की यात्रा की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सोमवार रात 9 बजे से पिथौरागढ़ की ओर से चम्पावत व रात 10:30 बजे से घाट से पिथौरागढ़ की ओर वाहनों की आवाजाही बंद करने का निर्णय लिया है। यह निर्णय केवल आज रात के लिए है।