मध्य दक्षिणी इलाकों में मूसलाधार बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त

नई दिल्ली। महाराष्ट्र, कर्नाटक समेत मध्य और दक्षिण भारत के विभिन्न हिस्सों में मूसलाधार बारिश से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। जगह-जगह जलभराव से यातायात बाधित हुआ है। महाराष्ट्र में वर्षा जनित हादसों में आठ लोगों की मौत हो गई है, जबकि 10 लोग घायल हुए हैं। लंबे इंतजार के बाद दिल्ली-एनसीआर में रविवार तड़के आंधी-तूफान के साथ बारिश हुई, जिससे लोगों को तपती गर्मी से कुछ राहत मिली। हालांकि, कुछ इलाकों में बारिश के बाद बिजली आपूर्ति बाधित होने से लोगों को परेशानियां भी उठानी पड़ीं। वहीं, पश्चिमी, पूर्वी और उत्तरी राजस्थान और पूर्वी उत्तर प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर लू का प्रकोप बना रहा।

उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में जंगलचट्टी के पास केदारनाथ मार्ग पर भूस्खलन के चलते एक व्यक्ति की मौत हो गई और दो लोग घायल हो गए हैं। इस घटना के बाद प्रशासन ने सोनप्रयाग से आगे यात्रा को अगले आदेश तक निलंबित कर दिया है। पुलिस ने बताया कि भूस्खलन लगातार भारी बारिश के कारण हुआ, जिसके कारण भारी मात्रा में मलबा और पत्थर ट्रैकिंग मार्ग पर गिर गए, जिससे केदारनाथ धाम तक जाने वाला पैदल मार्ग अवरुद्ध हो गया और क्षतिग्रस्त हो गया। पुलिस ने केदारनाथ धाम जाने वाले सभी श्रद्धालुओं से निकटवर्ती होटलों और सुरक्षित स्थानों पर रुकने का आग्रह किया है। मौसम विभाग ने इस पूरे हफ्ते बारिश को लेकर यलो अलर्ट जारी किया है।

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर में सुबह 2:30 बजे से 4:30 बजे के बीच आंधी के साथ बारिश दर्ज की गई। सफदरजंग में 33.5 मिमी, लोधी रोड में 32 मिमी और पूसा में 27.5 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। पालम हवाई अड्डे पर सुबह 4:30 बजे हवा की गति 56 किमी प्रति घंटे तक पहुंच गई, जिससे दृश्यता 2 बजे 4,000 मीटर से घटकर 3 बजे 1,500 मीटर रह गई। कई क्षेत्रों में 80-100 किमी प्रति घंटे की गति से हवाएं चलीं। न्यूनतम तापमान 29.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया और आर्द्रता 68 फीसदी रही। बारिश से प्रदूषण के स्तर में भी सुधार हुआ और सुबह नौ बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक 142 दर्ज किया गया, जो मध्यम श्रेणी में आता है।

आईएमडी के अनुसार, अगले 24 घंटे के दौरान गुजरात के कुछ हिस्सों, विदर्भ, छत्तीसगढ़, ओडिशा के कुछ और हिस्सों में दक्षिण पश्चिम मानसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल बनी हुई हैं। अगले तीन दिन के दौरान पश्चिम बंगाल, झारखंड, बिहार, पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में भी मानसून आगे बढ़ सकता है। मानसून के अगले सप्ताहांत तक मध्य प्रदेश में पहुंचने की उम्मीद है। आमतौर पर मध्य प्रदेश में मानसून 15 जून तक पहुंच जाता है और उत्तरी क्षेत्र को छोड़कर 19 जून तक पूरे राज्य को कवर कर लेता है।

कर्नाटक के विभिन्न भागों, खासतौर पर दक्षिण कन्नड़ जिले में 24 घंटे में 110 से 210 मिमी तक बारिश दर्ज की गई है। मंगलुरु समेत कई जगह जलभराव और भूस्खलन हुआ है। तटीय कर्नाटक में मूसलाधार बारिश के कारण जनजीवन प्रभावित है। आईएमडी ने पहले ही कहा था कि रविवार को दक्षिण कन्नड़, उडुपी, शिवमोग्गा, चिक्कमगलुरु और कोडागु जिलों में आंधी-तूफान के साथ भारी बारिश होगी और बिजली गिर सकती है। ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया था। महाराष्ट्र में भारी बारिश के कारण यादगीर जिले में कृष्णा नदी उफान पर है, जिसके चलते बासवसागर बांध के 14 गेट खोलने पड़े और 52,000 क्यूसेक पानी छोड़ना पड़ा है। वहीं, आंध्र प्रदेश में 19 जून तक आंधी-तूफान और गरज के साथ बारिश होने की चेतावनी जारी की गई है।

केरल में लगातार बारिश हो रही है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने रेड अलर्ट जारी किया है, जिसके चलते आज केरल के आठ जिलों में सभी शैक्षणिक संस्थानों के लिए अवकाश घोषित किया गया है। इन जिलों में कोझीकोड, वायनाड, मलप्पुरम, कन्नूर, कासरगोड, एर्नाकुलम, इडुक्की और त्रिशूर शामिल हैं। कोझिकोड कलेक्टर स्नेहिल कुमार सिंह ने कहा कि भारी बारिश और रेड अलर्ट के चलते कोझिकोड जिले के सभी शैक्षणिक संस्थान सोमवार को बंद रहेंगे। इसमें आंगनवाड़ी, मदरसे और ट्यूशन सेंटर शामिल हैं। अधिकारियों ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने लोगों को अनावश्यक यात्रा से बचने और स्थानीय प्रशासन द्वारा जारी सुरक्षा दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन करने की सलाह दी है।

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