साइबर अपराधियों ने कंपनी के सीएफओ के साथ किया फ्रॉड

नोएडा। दिल्ली से सटे नोएडा में साइबर अपराधियों ने एक कंपनी के सीएफओ के साथ 97 लाख रुपए का फ्रॉड कर लिया। शेयर मार्केट में इन्वेस्ट कर प्रॉफिट कमाने का झांसा देकर महिला जालसाज और उसके साथियों ने इस घटना को अंजाम दिया। ठग कई महीने तक मुनाफे के चक्कर में पीड़ित से रकम ट्रांसफर करवाते रहे। ठगी की जानकारी होने के बाद मामले की शिकायत साइबर क्राइम थाने की पुलिस से की गई। जिन अकाउंट में ठगी की रकम ट्रांसफर हुई है, पुलिस उन अकाउंट की जांच करने में जुट गई है।

पुलिस को दी शिकायत में सेक्टर-77 स्थित प्रतीक विस्टरिया सोसाइटी में रहने वाले योगेश कुमार ने बताया कि वह रामागुंडम फर्टिलाइजर्स कंपनी कार्यालय में सीएफओ के पद पर कार्यरत हैं। उनको शेयर मार्किट में काफी इंटरेस्ट है। वॉट्सऐप पर इसी वर्ष 7 मार्च को उनको एक निवेश ग्रुप में जोड़ा गया। ग्रुप एडमिन प्रिया शर्मा ने इन्वेस्टमेंट करने पर मुनाफा होने की बातें पीड़‍ित को समझाई। प्रिया ने एक ऐप डाउनलोड कराया और रजिस्‍ट्रेशन कराकर इन्वेस्टमेंट कराना शुरू कर दिया।

योगेश ने शुरुआती चरण में परखने के तौर पर कम राशि इन्वेस्ट की। उन्‍हें इस पर प्रॉफिट भी मिला। उनको प्रॉफिट के साथ सारे अमाउंट निकालने की सहूलियत भी दी गई। इसके बाद उनको भरोसा हो गया कि वह शेयर मार्किट में इन्वेस्टमेंट कर कम समय में ही घर बैठे लाखों रुपए कमा सकते हैं। फिर योगेश ने 15 मार्च से 30 मई तक 74 लाख रुपए इन्वेस्ट कर दिए। ऐप पर एक करोड़ से ज्यादा का पोर्टफोलियो दिखने लगा। योगेश ने राशि निकालने का प्रयास किया तो ठगों ने कर के रूप में 22 लाख रुपये की मांग की।

योगेश ने 22 लाख रुपये जमा कर दिए। इसके बाद भी निकासी नहीं होने पर ठगी का अहसास हुआ। योगेश ने जब ठगों से इन्वेस्ट की हुई अमाउंट वापस मांगी तो उन पर और रुपये इन्वेस्ट करने का दबाव बनाया जाने लगा। कई बार कहने के बाद भी जब शिकायतकर्ता ने रकम इन्वेस्ट नहीं की तो ठगों ने संपर्क तोड़ लिया। उन्हें वॉट्सऐप ग्रुप से भी बाहर निकाल दिया गया। पीड़ित की शिकायत पर पुलिसठगी की रकम को फ्रीज और होल्ड कराने का प्रयास कर रही है।

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