
मुंबई। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने महाराष्ट्र-छत्तीसगढ़ सीमा पर स्थित कवांडे पुलिस चौकी का दौरा किया। यह चौकी महाराष्ट्र पुलिस ने इस साल मार्च में स्थापित की थी। फडणवीस ने कहा कि कावंडे बॉर्डर पर पहला गांव है या छत्तीसगढ़ से आने वाले लोगों के लिए सबसे पहले आने वाला गांव है। यहां पास में ही अबूझमाड़ का जंगल है और प्रशासन भी यहां नहीं पहुंच पाता था। लेकिन हमारी पुलिस ने यहां चौकी खोली। इस चौकी की वजह से न सिर्फ पुलिस का दबदबा बना बल्कि हमने सुरक्षा की कमी को भी पूरा किया। हमने यहां 4G टावर भी लगाया। पुलिस ने सुरक्षा दी और हम इस चौकी के जरिए सरकारी योजनाएं भी पहुंचाते हैं। तो इससे लोगों में भरोसा पैदा हुआ है।
नक्सलवाद को खत्म करने की समयसीमा पर उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने संकल्प लिया है कि हम मार्च 2026 तक देश को नक्सलवाद मुक्त कर देंगे। इसलिए, उस दृष्टिकोण से अच्छा काम चल रहा है। महाराष्ट्र ने इसे अंतिम चरण में पहुंचा दिया है। लेकिन समस्या यह थी कि छत्तीसगढ़ में बड़े पैमाने पर भर्ती हो रही थी और वहां से माओवादी यहां अपनी गतिविधियां चलाने के लिए आते थे। उन्होंने कहा कि अब छत्तीसगढ़ में नई सरकार ने केंद्र के सहयोग से माओवादियों की कमर तोड़ दी है… जल्द ही हम पूरे क्षेत्र में सुरक्षा शून्यता को भर देंगे, पुलिस का दबदबा होगा और हम मार्च 2026 तक इस लक्ष्य को हासिल कर पाएंगे।
भाजपा नेता ने यह भी कहा कि हम जानते हैं कि जैसे ही जंगलों में नक्सलवाद खत्म होगा, शहरी माओवादी बड़े पैमाने पर सक्रिय हो जाएंगे। हमें इसका भी सामना करना होगा क्योंकि वे हमारी संस्थाओं को बदनाम करना चाहते हैं, लोगों का संस्थाओं पर से भरोसा खत्म करना चाहते हैं और देश में अराजकता फैलाना चाहते हैं। शहरी माओवादी यही करने की कोशिश करते हैं। इसके खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी। फडणवीस ने कहा है कि राज्य सरकार ने इस वर्ष 10 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य रखा है। विश्व पर्यावरण दिवस की पूर्व संध्या पर बुधवार को ‘हरित महाराष्ट्र, समृद्ध महाराष्ट्र’ वृक्षारोपण अभियान की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए फडणवीस ने कहा कि पौधारोपण को जन आंदोलन बनाया जाना चाहिए।