भीड़ कंट्रोल नहीं कर सकते तो जश्न की जरूरत नहीं : गंभीर

नई दिल्‍ली। आईपीएल 2025 बाद टीम इंडिया में शुरू हो रही 5 मैचों की टेस्ट सीरीज लिए अब तैयार है। कुछ खिलाड़ी हाल में ही इंग्लैंड हुंच चुके हैं। जबकि कुछ खिलाड़ी जल्द ही वहां पहुंचेंगे। इस दौरे की तमाम जानकारियां साझा करने के लिए टीम इंडिया के नवनियुक्त कप्तान शुभमन गिल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। उनके साथ कोच गौतम गंभीर भी रहे। इस दौरान कोच गंभीर ने बेंगलुरु में हुए हादसे पर अपनी प्रतिक्रिया दी।

बेंगलुरु हादसे पर जब कोच गंभीर से सवाल पूछा गया कि आप इस हादसे का जिम्मेदार किसे मानते हैं तो गंभीर ने कहा कि मैं कोई नहीं हूं ये तय करने वाला की कौन जिम्मेदार है। लेकिन जब मैं खिलाड़ी था तब भी मैं ऐसे रोड शो पर भरोसा नहीं करता था। कोच के रूप में भी मैं इसके पक्ष में नहीं हूं। लोगों की जिंदगी सबसे जरूरी है। अगर आप भीड़ को कंट्रोल नहीं कर सकते हैं तो फिर ऐसे रोड शो की कोई जरूरत नहीं है।

गौतम गंभीर ने कहा कि मैं हमेशा से मानता रहा हूं कि रोड शो नहीं होने चाहिए। मेरा दिल उन परिवारों के लिए दुखी है जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया। जब 2007 में हम जीते थे, तब भी मैंने यही माना था। ऐसे आयोजनों को बंद दरवाजों के अंदर या स्टेडियम में होना चाहिए। वहां जो कुछ हुआ वह बेहद दुखद है। हमें एक खिलाड़ी, फ्रेंचाइजी और फैन के तौर पर और जिम्मेदार होना चाहिए.

कोच गंभीर ने कहा कि प्रशंसक बढ़ सकते हैं, लेकिन हमें जिम्मेदार नागरिक की तरह बर्ताव करना चाहिए। चाहे आप फ्रेंचाइज़ी हों या नागरिक, आपकी जिम्मेदारी है। अगर आप तैयार नहीं हैं तो आयोजन मत करो, हमें लोगों की जान नहीं गंवानी चाहिए।

प्रेस कॉन्फ्रेंस की अन्य बड़ी बाते

खिलाड़ियों के सेलेक्शन के सवाल पर कोच गंभीर ने कहा कि हम खिलाड़ियों को एक या दो मैच के आधार पर तय नहीं करते हैं, जिस टीम का सेलेक्शन इस टूर के लिए किया गया है हमें उसपर भरोसा है। बेंगलुरु हादसे पर कोच गंभीर ने कहा कि हमें एक खिलाड़ी, फ्रेंचाइजी और फैन के तौर पर और जिम्मेदार होने की जरूरत है, क्योंकि लोगों की जिंदगी सबसे अहम है। गंभीर ने कहा कि कोचिंग के दौरान मैं हमेशा दबाव में रहता हूं, जो सीरीज बीती हैं उसमें भी दबाव था। अब भी है, देश के लिए जीतना सबसे जरूरी है।

प्लेइंग इलेवन के सवाल पर कोच गंभीर ने कहा कि सारी कंडीशन को देखकर खिलाड़ियों को चुना जाएगा, उसी के हिसाब से स्पिनर्स और तेज गेंदबाज शामिल किए जाएंगे. टेस्ट सीरीज में गेंदबाजों की भूमिका काफी अहम होती है। कप्तानी के सवाल पर गिल ने कहा कि जैसे-जैसे खिलाड़ी खेलता है वैसे-वैसे सिखता है, मुझे टीम से बातचीत करना और उन्हें समझना होगा. यही हमारी मजबूती होगी।

गिल ने कहा- हमारे टीम में बुमराह जैसे दिग्गज गेंदबाज हैं. हमारी पेसर्स बहुत अच्छे हैं, हमारी गेंदबाजी बहुत आक्रामक होने वाली है। कोच गंभीर ने कहा कि हमारी स्क्वॉड में काफी अच्छे प्लेयर्स हैं और हमें इस सीरीज में दबदबा बनाने की पूरी उम्मीद है। शुभमन गिल ने कहा कि विराट कोहली और रोहित शर्मा की गैरमौजूदगी में हम पर प्रेशर जरूर होगा। लेकिन इस टीम से हमें काफी उम्मीदें हैं।

इंग्लैंड दौरे के लिए 18 सदस्यीय भारतीय टीम: शुभमन गिल (कप्तान), यशस्वी जायसवाल, केएल राहुल, साई सुदर्शन, ऋषभ पंत (उप-कप्तान/विकेटकीपर), नीतीश कुमार रेड्डी, रवींद्र जडेजा, ध्रुव जुरेल (विकेटकीपर), अभिमन्यु ईश्वरन, शार्दुल ठाकुर, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज, प्रसिद्ध कृष्णा, करुण नायर, वॉशिंगटन सुंदर, आकाश दीप, अर्शदीप सिंह, कुलदीप यादव।

इंग्लैंड की धरती पर भारत की जीत का टेस्ट रिकॉर्ड अच्छा नहीं है, इंग्लैंड के खिलाफ उसके घर में भारत ने अब तक (1932-2022) 67 टेस्ट मैच खेले है। इनमें से भारत को सिर्फ 9 टेस्ट में जीत मिली है, जबकि 36 मैचों में हार झेलनी पड़ी। 22 मैच ड्रॉ रहे. महेंद्र सिंह धोनी (2011-2014) का कप्तान के तौर पर इंग्लैंड की धरती पर खराब रिकॉर्ड रहा। 9 टेस्ट मैचों में भारत को एक ही जीत मिली, जबकि इंग्लिश टीम को 7 में जीत मिली, एक मैच ड्रॉ रहा।

भारत और इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज हेडिंग्ले के लीड्स क्रिकेट ग्राउंड पर शुरू होने वाली है, जिसका पहला मैच 20 से 24 जून तक होगा। अगला टेस्ट बर्मिंघम के एजबेस्टन क्रिकेट ग्राउंड में 2 से 6 जुलाई तक आयोजित किया जाएगा। तीसरा टेस्ट 10 जुलाई से 14 जुलाई तक लंदन के लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड में होगा। फ‍िर मैनचेस्टर 23 जुलाई से 27 जुलाई तक ओल्ड ट्रैफर्ड में चौथे टेस्ट की मेजबानी करेगा। इस रोमांचक सीरीज का पांचवां और अंतिम मुकाबला 31 जुलाई से 4 अगस्त तक लंदन के द ओवल में खेला जाना है।

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