
नई दिल्ली। एप्पल हर पांच में से एक आईफोन भारत में असेंबल करता है यानी वह अपने कुल आईफोन उत्पादन का लगभग 20% भारत में तैयार करता है। भारत में एप्पल ने अपनी उत्पादन क्षमता पिछले साल की तुलना में इस साल करीब 60% तक बढ़ाई है। एप्पल अपने मुख्य मैन्युफैक्चरिंग बेस चीन में टैरिफ अनिश्चितता बढ़ने के बाद वहां से अपना विनिर्माण भारत समेत अन्य देशों में स्थानांरित करने की योजना पर काम कर रहा है।
बीते दिनों जब ट्रंप ने चीन से आने वाले सामान पर 54% तक का टैक्स लगा दिया था, तब एप्पल ने भारत को एक विकल्प के रूप में देखा। बैंक ऑफ अमेरिका के विश्लेषकों ने कहा था कि एप्पल इस साल भारत में 25 मिलियन आइफोन बनाएगी, जिनमें से 10 मिलियन भारत में ही बिकेंगे और बाकी अमेरिका जाएंगे। लेकिन, ट्रंप की टिप्पणी के बाद भारत के एप्पल मैन्युफक्चरिंग हब बनने के सपने पर पानी फिरता नजर आ रहा है।
केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स मंत्री अश्विनी वैष्णव ने अप्रैल में घोषणा की थी कि पिछले वित्त वर्ष में भारत से 1.5 लाख करोड़ रुपये के आईफोन निर्यात किए गए। भारत में एप्पल देश में सबसे बड़ा रोजगार सृजनकर्ता है। अनुमान है कि इसने देश के विभिन्न विक्रेताओं के माध्यम से लगभग दो लाख लोगों को रोजगार दिया है।
एप्पल का भारतीय निर्यात पहले से ही मुख्य रूप से अमेरिका की ओर जा रहा है। यह 28 फरवरी, 2025 तक तीन महीनों में फर्म द्वारा निर्यात किए गए फोन का 81.9 प्रतिशत है। निर्यात में 219 प्रतिशत की वृद्धि के परिणामस्वरूप मार्च, 2025 में यह बढ़कर 97.6 प्रतिशत हो गया, जो संभवतः फर्म द्वारा उच्च शुल्क को रोकने की कोशिश को दर्शाता है।
एप्पल ने 2017 में भारत में पुराने मॉडल्स की असेंबली शुरू की थी। हालांकि अभी तक पूरा निर्माण नहीं हो रहा है। आईफोन की असेंबली का ज्यादातर काम दक्षिण भारत के फॉक्सकॉन प्लांट में होता है। इसके अलावा टाटा समूह, जिसने हाल ही में विस्ट्रॉन का स्थानीय कारोबार खरीदा है, और पैगॉट्रान की यूनिट्स भी इस काम में लगी हैं। टाटा और फॉक्सकॉन दोनों अब दक्षिण भारत में अपनी इकाइयों और फैक्ट्रियों का विस्तार कर रहे हैं ताकि उत्पादन बढ़ाया जा सके।
मार्च 2025 तक खत्म हुए साल में एप्पल ने भारत में करीब 22 अरब डॉलर के आईफोन असेंबल किए, जो पिछले साल के मुकाबले लगभग 60% ज्यादा है। फॉक्सकॉन ने निर्यात के लिए तेलंगाना में एप्पल एयरपॉड्स का निर्माण भी शुरू कर दिया है। फॉक्सकॉन और टाटा, जो भारत में एपल के दो मुख्य आपूर्तिकर्ता हैं, के पास कुल तीन कारखाने हैं, साथ ही दो और तैयार किए जा रहे हैं।
टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स द्वारा संचालित एक नए आईफोन असेंबली प्लांट ने हाल ही में तमिलनाडु के होसुर में उत्पादन शुरू किया है। मामले से परिचित एक सूत्र के अनुसार, फैक्ट्री वर्तमान में पुराने आईफोन मॉडल को एक ही लाइन पर असेंबल कर रही है। दूसरी ओर, ताइवान से एपल के लंबे समय के विनिर्माण भागीदार फॉक्सकॉन की ओर से बनाया जा रहा 2.6 बिलियन डॉलर का प्लांट- बेंगलुरु में परिचालन के लिए तैयार है। बेंगलुरू में फॉक्सकॉन संयंत्र का निर्माण दिसंबर 2027 तक पूरा होने की उम्मीद है, जिससे अंततः 50,000 नौकरियां पैदा होंगी।
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