
कानपुर। उत्तर प्रदेश में माफियाओं की सूची में कानपुर के कई माफिया शामिल हैं। बसपा नेता पिंटू सेंगर पर जानलेवा हमले के मामले में सजा काट रहे पप्पू स्मार्ट और सऊद अख्तर समेत 24 कैदियों का नया ठिकाना इटावा सेंट्रल जेल होगी। जिला कारागार प्रबंधन का कहना है कि सजायाफ्ता होने के कारण उन्हें सेंट्रल जेल शिफ्ट किया गया है। डीआईजी जेल के निरीक्षण के बाद जी फैसला लिया गया है। जेल में दोनो को वीआईपी ट्रीटमेंट मिलने के आरोप लग रहे थे।
बसपा नेता नरेंद्र सिंह उर्फ पिंटू सेंगर 17 जनवरी 2017 को पनकी मंदिर दर्शन करने गए थे। वापस लौटते समय रात दस बजे रामादेवी में दो बाइकों पर सवार मो आसिम उर्फ पप्पू स्मार्ट, दरगाह शरीफ जाजमऊ निवासी सऊद अख्तर और दो अन्य लोगों ने फायरिंग शुरू कर दी थी। फायरिंग के दौरान पिंटू सेंगर के चेहरे पर गोली लगी थी। घायल हालत में कार से भागते हुए चकेरी थाने पहुंचे था।
बसपा नेता के छोटे भाई धर्मेंद्र सिंह ने चकेरी थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इसके बाद 20 जून 2020 को पिंटू सेंगर की हत्या कर दी गई थी। पिंटू हत्याकांड में भी पप्पू स्मार्ट और सऊद अख्तर आरोपी हैं। बीते 22 अप्रैल 2025 को पिंटू सेंगर पर हत्या के प्रयास के मामले में पप्पू स्मार्ट और सऊद अख्तर को 10-10 साल की सजा सुनाई थी। इसके बाद से दोनों जिला कारागार में बंद हैं।
पिछले दिनों एक गुमनाम खत के माध्यम से कानपुर जिला कारागार में अराजकता की बात सामने आई थी। जिसकी जांच डीआईजी जेल कर रहे हैं। इस विवाद के बीच सामने आया कि पप्पू स्मार्ट और सऊद को वीआईपी सुविधाएं दी जा रही हैं। डीआईजी के जाते ही रविवार को जिला कारागार प्रशासन ने बड़ा फैसला लिया।
24 कैदी जाएंगे इटावा जेल
प्रशासनिक आधार पर सऊद अख्तर और पप्पू स्मार्ट को जिला कारागार से इटावा सेंट्रल जेल भेज दिया गया है। जेल अधीक्षक बीडी पांडेय के मुताबिक, 24 कैदियों को इटावा सेंट्रल जेल भेजा गया है। इसमें पप्पू स्मार्ट और सऊद अख्तर भी शामिल हैं। जिला कारागार में जब कैदियों की संख्या बढ़ जाती है तो उन्हें सेंट्रल जेल भेज दिया जाता है। उन्होंने इसे एक सामान्य प्रक्रिया बताया है।