
इस्लामाबाद। पाकिस्तान को लगातार भारत के हमले का डर सता रहा है। पाकिस्तान को आशंका है कि पहलगाम हमले के जवाब में भारत बड़ी सैन्य कार्रवाई की योजना बना रहा है। पाकिस्तान के सूचना मंत्री ने तो मंगलवार की रात को दो बजे आनन-फानन में ये बयान जारी कर दिया कि भारत की अगले 24 से 36 घंटे के भीतर हमला करने की योजना है। इस बीच सूचना है कि भारत के संभावित हमले से घबराए पाकिस्तान ने भी अपनी तैयारी शुरू कर दी है। पाकिस्तान की वायु सेना को लगातार अलर्ट पर रहने का आदेश दिया गया है। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा है कि भारत के हमले का मुकाबला करने के लिए उनका देश तैयार है।
पाकिस्तान ने प्रमुख वायु रक्षा संपत्तियों और इलेक्ट्रॉनिक युद्ध टुकड़ियों को सीमा के निकट अग्रिम स्थानों पर तैनात कर दिया है। पाकिस्तान लगातार हवाई तैयारी अभ्यास कर रहा है। पाकिस्तान की इन गतिविधियों की जानकारी उस समय आई है, जब भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को एक बैठक में कहा कि सशस्त्र बलों को आतंकवादी हमलों के जवाब में कार्रवाई के बारे में फैसला करने की खुली छूट दी गई है।
सीमा पार कई स्थानों पर पाकिस्तानी गतिविधियों का पता लगाया गया है। सियालकोट सेक्टर में भारतीय हवाई गतिविधियों का पता लगाने के लिए पाकिस्तान ने रेडार सिस्टम को मजबूत किया है। लाहौर के पास भी इसी तरह की गतिविधि देखी गई है। इसके अलावा पाकिस्तान के पंजाब और खैबर पख्तूनख्वा जैसे अन्य क्षेत्रों से अतिरिक्त सैनिकों को पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (POK) में भेजा रहा है। नए सैनिक भारत के साथ नियंत्रण रेखा (LOC) पर तैनात पाकिस्तान सेना को बैकअप सपोर्ट किए तैनात किए जा रहे हैं। पहलगाम हमले के बाद एलओसी पर तनाव बढ़ा है और पिछले छह दिनों से लगातार गोलीबारी हो रही है।
मामले के जानकार लोगों के अनुसार, इलेक्ट्रॉनिक युद्ध से जुड़े उपकरण से भी मोर्चे पर बेजे गए हैं, जो फिरोजपुर सेक्टर में सक्रिय हैं। ये गतिविधियां संकेत देती हैं कि पाकिस्तान प्रमुख आतंकवादी समूहों के मुख्यालयों या ठिकानों पर लंबी दूरी के हमले को रोकने की तैयारी में है। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा है कि हमने अपनी सेना को सुदृढ़ किया है, क्योंकि भारत की घुसपैठ बहुत संभावित है। मामले से परिचित लोगों ने बताया कि पीओके में बाग, रावलकोट और टोली पीर में पाकिस्तानी सेना की 6वीं बख्तरबंद डिवीजन और 7वीं इन्फैंट्री डिवीजन की गतिविधियां देखी गई हैं। इस गतिविधि को असामान्य बताया जा रहा है, क्योंकि 6वीं बख्तरबंद डिवीजन गुजरांवाला में स्थित है और 7वीं इन्फैंट्री को आम तौर पर पंजाब की सीमा पर तैनात किया जाता है।
बाग, टोली पीर और रावलकोट क्षेत्रों में पाकिस्तानी तोपखाने प्रणालियों और लंबी दूरी के रॉकेटों की तैनाती भी देखी गई है। पाकिस्तान ने पीओके में चीनी मूल के ए-100 मल्टी-बैरल रॉकेट लॉन्चर (एमबीआरएल) तैनात किए हैं, जिनकी रेंज 100 किलोमीटर से अधिक है। छंब सेक्टर में, अल खालिद मुख्य युद्धक टैंकों के अलावा, केआरएल-122 एमबीआरएल की तैनाती देखी गई है, जिनकी अनुमानित रेंज 40 किलोमीटर के करीब है।
इसके अलावा, पिछले कुछ दिनों से पाकिस्तान वायु सेना लगातार हाई अलर्ट पर है। इसके कई अभ्यास चल रहे हैं और तीव्र उड़ान भरी जा रही है। रावलपिंडी में नूर खान बेस को हाल ही में F-16C फाइटर जेट और अन्य संपत्तियों के साथ सुदृढ़ किया गया है। माना जाता है कि स्कार्दू में क्वाड्री एयर फोर्स बेस को हाल ही में लगभग 18 फाइटर जेट की टुकड़ी मिली है, जो संभवतः चीन निर्मित JF-17 हैं।
In order for plants to survive in cold environments they have had to adapt to the extreme conditions found there.