
नई दिल्ली। गुरुग्राम जमीन मामले में रॉबर्ट वाड्रा लगातार तीसरे दिन ईडी दफ्तर पहुंचे। इस दौरान उनकी पत्नी और कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा भी मौजूद रहीं। कारोबारी रॉबर्ट वाड्रा ने कहा कि कोई नया सवाल नहीं था, सभी सवाल एक जैसे ही थे। अगर कल सार्वजनिक अवकाश नहीं होता तो मुझे अपना जन्मदिन ईडी दफ्तर में मनाना पड़ता। वाद्रा के खिलाफ यह जांच हरियाणा के मानेसर-शिकोहपुर (अब गुरुग्राम में सेक्टर 83) में एक भूमि सौदे से जुड़ी है।
जांच फरवरी 2008 में हुए एक भूमि सौदे से संबंधित है, जिसमें वाद्रा से जुड़ी एक कंपनी, ‘स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी प्राइवेट लिमिटेड’ ने गुरुग्राम के शिकोहपुर में ‘ओंकारेश्वर प्रॉपर्टीज’ नामक कंपनी से 7.5 करोड़ रुपये की कीमत पर 3.5 एकड़ जमीन खरीदी थी। वाद्रा इस कंपनी में पहले निदेशक थे। उस समय हरियाणा में मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार सत्ता में थी। इससे पहले अधिकारियों ने बताया कि जांच के तहत वाद्रा (56) से पिछले दो दिनों में दस घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की गई और धनशोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत उनके बयान दर्ज करने की प्रक्रिया बृहस्पतिवार को भी जारी रहेगी।
रॉबर्ट वाद्रा ने दावा किया कि उन्हें गांधी परिवार का हिस्सा होने के कारण जांच एजेंसियों द्वारा निशाना बनाया जा रहा है और यदि वह भारतीय जनता पार्टी में रहते तो मापदंड अलग होता। उन्होंने कहा कि वह समय आने पर राजनीति में कदम रखेंगे तथा वह 1999 से जनता के बीच काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार द्वारा उन्हें मामले में क्लीन चिट दिए जाने के बाद भी यह सब किया जा रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं गांधी परिवार का हिस्सा हूं, जो हमेशा लोगों के लिए लड़ता रहा है। जाहिर है, भाजपा को गांधी परिवार और मुझे निशाना बनाना होगा। उन्होंने मेरे परिवार- मेरी सास सोनिया गांधी और राहुल गांधी पर भी आरोपपत्र दायर किया है।’’