ऐंड्रॉयड और आईफोन यूजर्स के लिए एडवाइजरी जारी

नई दिल्ली। ऐंड्रॉयड और iPhone यूजर्स के लिए एडवाइजरी जारी की गई है। यह एडवाइजरी नैशनल सिक्योरिटी एजेंसी ने वर्कप्लेस पर सिक्योर मेसेजिंग से जुड़े खतरों को लेकर जारी की है। इस एडवाइजरी में खासतौर से सिग्नल ऐप के दो फीचर्स को हाइलाइट किया गया है। फोर्ब्स की रिपोर्ट के अनुसार एडवाइरी में कहा गया है कि मेन खतरा ऐप वल्नरेबिलिटी से नहीं बल्कि यूजर बिहेवियर से है। एनएसए की वॉर्निंग में बताया गया है कि कैसे यूजर की छोटी-छोटी गलतियां सिक्योरिटी के लिए बड़ा खतरा साबित हो सकती हैं। साथ ही एनएसए ने यूजर्स से मेसेजिंग सेटिंग्स को अडजस्ट करने के लिए भी कहा है।

एनएसए ने एडवाइजरी में सिग्नल ऐप के जिन दो फीचर के बारे में बताया है उनका नाम लिंक्ड डिवाइसेज और ग्रुप इन्वाइट लिंक्स है। लिंक्ड डिवाइसेज फीचर यूजर्स को कई सारे डिवाइसेज पर मेसेज सिंक करने की सुविधा देता है, ताकि यूजर्स को बेस्ट कम्यूनिकेशन एक्सपीरियंस मिले। यह फीचर जितना सुविधाजनक है उतना ही यह खतरनाक भी साबित हो सकता है।

एडवाइजरी के अनुसार इस फीचर की मदद से हैकर दूसरे डिवाइस पर यूजर का एक डुप्लीकेट अकाउंट बना सकते हैं। प्राइवेसी को बनाए रखने के लिए एनएसए ने यूजर्स से कहा कि वे अनऑथराइज्ड ऐक्सेस को रोकने के लिए ऐप को समय-समय पर चेक किया करें और किसी भी अनजान डिवाइस के ऐप सेटिंग्स से अनलिंक कर दिया करें।

ग्रुप इन्वाइट लिंक्स की बात करें, तो यह ग्रुप में नए मेंबर्स को ऐड करने के प्रोसेस को आसान करता है। हालांकि, इसमें सिक्योरिटी का खतरा भी है क्योंकि इससे अनजाने में गलत यूजर्स के साथ सेंसिटिव कन्वर्सेशन को शेयर कर सकता है। इस खामी को दूर करने के लिए सिग्नल ऐप यूजर्स को ग्रुप सेटिंग्स में ग्रुप लिंक्स को डिसेबल करने का ऑप्शन दे रहा है। वॉट्सऐप की बात करें, तो यह यूजर्स को डिसेबल लिंक का ऑप्शन तो नहीं देता, लेकिन इसमें ग्रुप मेंबर ऐड करने की अथॉरिटी केवल एडमिन को दी गई है।

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